By Mahima Sharan18, Nov 2024 02:10 PMjagranjosh.com
बीकॉम और बीकॉम ऑनर्स
12वीं के बाद ज्यादातर कॉमर्स स्टूडेंट्स का रुख बीकॉम की तरफ होता है, लेकिन इन में से ज्यादा छात्र इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि उन्हें बीकॉम करना चाहिए या बीकॉम ऑनर्स। ऐसा इसलिए होता हैं, क्योंकि बच्चे इन दोनों के बीच का अंतर नहीं जानते हैं।
दोनों में क्या अंतर है?
अगर आप भी नहीं जानते कि बीकॉम और बीकॉम ऑनर्स में क्या अंतर है, तो कोई बात नहीं। आज हम आपको इसका सही जवाब बताएंगे।
सिलेबस का अंतर
सबसे पहले आपको यह बता दें कि दोनों ही कोर्स एक ही एकेडमिक से होते है, लेकिन इनका सिलेबस एक दूसरे से काफी अलग होता है।
सेमेस्टर के हिसाब से परीक्षा
बता दें कि बीकॉम के कोर्स में हर सेमेस्टर में 6-7 सब्जेक्ट होते हैं। यहां स्पेशलाइजेशन चुनने का कोई ऑप्शन नहीं होता है।
बीकॉम ऑनर्स
वहीं बात अगर बीकॉम ऑनर्स की करें, तो यहां आपको स्पेशलाइजेशन चुनने का मौका मिलता है। आप अकाउंट्स, इकोनॉमिक्स, फाइनेंस, टेक्सेशन में से किसी एक विषय को अपनी पसंद और सहुलियत के अनुसार चुन सकते हैं।
मुश्किल और आसान कोर्स
बीकॉम की तुलना में बीकॉम ऑनर्स थोड़ा मुश्किल कोर्स है। बीकॉम का फोकस कॉमर्स एंड ट्रेंड पर होता है, वहीं ऑनर्स का फोकस स्पेशलाइज्ड कॉमर्स ट्रेंड पर होता है।
बीकॉम ऑनर्स में अच्छी सैलरी मिलने की चांस ज्यादा होती है। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ