भगवद गीता की ये 8 बातें हमेशा याद रखें


By Priyanka Pal09, Apr 2024 06:00 AMjagranjosh.com

जो लोग अपनी राह से भटक जाते हैं। जिन्हें चलने के लिए कोई रास्ता नजर नहीं आता उनके लिए भगवद गीता के यह विचार आएंगे काम।

कर्मयोग

भगवद गीता हमें कर्मयोग की महत्ता को समझाती है। यह कहती है कि हमें कर्म करते रहना चाहिए, परंतु फल का लोभ नहीं होना चाहिए। अपने कर्म के लिए हमें प्रतिबद्ध रहना चाहिए, परंतु फल के आशा के बिना।

ध्यान और योग

गीता में ध्यान और योग की महत्ता पर भी जोर दिया गया है। यह बताती है कि अपने मन को नियंत्रित करके हम अपने कार्यों को पूरी क्षमता के साथ कर सकते हैं।

भक्तियोग

भगवद गीता में भक्तियोग की भी महत्ता बताई गई है। यह कहती है कि भगवान के प्रति श्रद्धा और प्रेम के माध्यम से हम उससे एकात्म हो सकते हैं।

त्याग

गीता हमें त्याग की भी महत्ता समझाती है। यह कहती है कि हमें अपने गलत संगरतियों को छोड़ देना चाहिए और कर्म के लिए निःस्वार्थ होना चाहिए।

समर्पण

लोगों के प्रति आपको हमेशा समर्पित होना चाहिए। अपने से कमजोर व्यक्तियों को हमेशा सम्मान देना चाहिए। जीवने ही समर्पण का नाम है।

ज्ञान

गीता हमें समर्पण की भावना को समझाती है। यह कहती है कि हमें अपने सभी कर्मों को भगवान के लिए समर्पित करना चाहिए।

उन्नत

गीता हमें स्वाध्याय की भी महत्ता समझाती है। यह कहती है कि हमें स्वयं को निरंतर उन्नत करना चाहिए और सत्य की खोज में लगे रहना चाहिए।

चुनौती

गीता हमें कर्म की महत्ता को समझाती है। यह कहती है कि हमें सभी परिस्थितियों का सामना करते रहना चाहिए और उन्हें स्वीकार करना चाहिए। अपनी गलतियों से लगातार सीखते रहना चाहिए।

ऐसी ही मोटिवेशनल कोट्स, सरकारी नौकरियों, करियर टिप्स और एजुकेशन से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh.com के साथ।

Monday काम पर जाने में होती है बोरियत, ऐसे करें मन को मोटिवेट