By Mahima Sharan09, Jul 2023 10:11 AMjagranjosh.com
वर्तमान का आनंद लो
कभी भी बीते हुए कल और आने वाले कल के बारे में ज्यादा सोच कर परेशान नहीं होना चाहिए, वर्तमान का खुल कर आनंद उठाए क्योंकि जो होता है अच्छे के लिए ही होता है।
आत्मभाव में रहना ही मुक्ति
नाम, पद, प्रतिष्ठा, धर्म, लिंग इन चीजों में जकड़े न रहे आत्मा शुद्ध रखें क्योंकि शरीर में नष्ट हो सकता है लेकिन आता नहीं।
यहां सब बदलता है
परिवर्तन संसार का नियम है इसलिए जो भी है सब बदलेगा, अच्छा समय भी बदल जाएगा और बुरा समय भी बदलेगा इसलिए अपनी स्थिति को न कोसे
क्रोध शत्रु है
हमारा सबसे बड़ा शत्रु हमारे अंदर ही छिपा बैठा है और वो है क्रोध । गुस्सा अच्छे-अच्छों की जिंदगी नाश कर देता है इसलिए अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें।
नजरिए को शुद्ध करें
दूसरों में खोट निकालने से पहले अपने नजरिए को साफ करें।
मन को शांत रखें
अशांत मन को शांत करने के लिए अभ्यास और वैराग्य को पक्का करते जाओ, अन्यथा अनियंत्रित मन हमारा शत्रु बन जाएगा।
कर्म से पहले विचार करें
कुछ भी करने से पहले उसके बारे में अवश्य सोचें क्योंकि आज के कर्म का फल हमें भविष्य में भुगतना पड़ता है।