बजट समझने के लिए जरूरी शब्द


By Priyanka Pal01, Feb 2025 09:26 AMjagranjosh.com

अगर आप बजट को समझना चाहते हैं, तो आज जानिए उन कठिन शब्दों के अर्थ जिसके मतलब जानने के बाद आप बजट को आसानी से समझ सकते हैं।

इन्फ्लेशन

इसका अर्थ होता है महंगाई, इसमें डिमांड और सप्लाई जैसे शब्द भी जुड़ते हैं। डिमांड में माल या काम की मांग पर निर्भरता होती है, तभी दाम कम ज्यादा होते हैं। महंगाई के बढ़ने या कम होने की वजह मॉनेटरी पॉलिसी भी होती है।

कंसोलिडेटेड फंड

सरकार को अपनी जमा एक कोष को सेव करके रखना होता है। जिसे भारत में संचित निधि कहा जाता है। संचित निधि में जनता का पैसा होता है, जिसे निकालने के लिए लोकसभा की अनुमति लेनी होती है।

फिस्कल डेफिसिट

इसमें सरकारी दो तरीकों से पैसा जमा करती है। सरकार का खर्च अगर आमदनी से ज्यादा होता है, तो इसे फिस्कल डेफिसिट या राजकोषीय घाटा कहा जाता है।

मॉनेटरी पॉलिसी

किसी भी हालात से बचने के लिए चाहे वो देश में आए खतरे से हो या देश में नोटों की सप्लाई कम हो। ऐसे हालातों से बचने के लिए देश में मनी फ्लो या रुपये की उपलब्धता को हमेशा कंट्रोल में रखा जाता है।

बजट एस्टिमेट

नए वित्त वर्ष के लिए पैसा कहां से आएगा और कहां खर्च होगा, बजट में इसका अनुमान लगाया जाता है, जिसे बजट एस्टिमेट कहा जाता है।

रिवाइज्ड एस्टिमेट

पिछले साल में सरकार ने बजट में पैसा आने और उसे खर्च होने का जो अनुमान लगाया था। उसका फिर से आंकलन किया जाता है। इसे ही रिवाइज्ड एस्टिमेंट कहते हैं।

एक्चुअल

बजट में सरकार दो साल पहले के अपने जमा और खर्च के सटीक आंकड़े भी पेश करती है। जिसे एक्चुअल कहा जाता है।

ऐसी ही जनरल नॉलेज, सरकारी नौकरियों, करियर टिप्स, मोटिवेशनल कोट्स और एजुकेशन से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh.com के साथ।

7 Facts About The Amrit Bharat Express You Didn't Know