By Prakhar Pandey2023-03-01, 17:19 ISTjagranjosh.com
मिशन
चंद्रयान-3 मिशन 2023 में भारत की तरफ से लांच होना हैं। आज हम आपको बताएंगे चंद्रयान-3 से जुड़ी खास बातें।
चंद्रयान 3
ISRO (इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन) अपने मून मिशन के तहत इस साल चंद्रयान-3 को अंतरिक्ष में भेजने वाला हैं।
सफल परीक्षण
वैज्ञानिकों को चंद्रयान 3 मिशन के रास्ते में एक बड़ी सफलता मिली हैं। चंद्रयान 3 की लॉन्च व्हीकल CE-20 Cryogenic इंजन का परीक्षण सफल रहा हैं।
इंजन का महत्व
CE-20 Cryogenic इंजन लांच के लिए क्रायोजेनिक ऊपरी चरण(cryogenic upper stage) को ताकत देगा। चंद्रयान 3 के लिए यह इंजन काफी अहम हैं।
कब हुआ था परीक्षण?
ISRO ने 24 फरवरी को तमिलनाडु में इसरो प्रोपल्सन कॉम्प्लेक्स में सीई-20 क्रायोजेनिक इंजन का फ्लाइट एक्सेप्टेंस हॉट टेस्ट का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था।
फ्लाइट एक्सेप्टेंस हॉट टेस्ट
इस टेस्ट का मकसद फ्लाइट ऑपरेशन के लिए हार्डवेयर के सही तरीके से काम करने की प्रमाणिकता की जांच करना हैं।
लैंड टेस्ट
चंद्रयान 3 के लैंडर ने 31 जनवरी 2023 से 3 फरवरी के बीच इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंटरफेस/इलेक्ट्रोमैग्नेटिक कम्पेटिबिलिटी टेस्ट को सफलतापूर्वक पास किया था।
इतिहास
चंद्रयान 2 मिशन 2019 में सफलता से बस थोड़ी दूर ही रह गया था। यह मिशन श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 22 जुलाई, 2019 को लॉन्च किया गया था।
चंद्रयान 2 का सफर
चंद्रयान 2 सफलता से चंद्रमा पर लैंड होने से सिर्फ 2.1 किलोमीटर दूर रह गया था। चंद्रयान 2 का 47 दिनों का सफर अधूरा रह गया था।