चौधरी चरण सिंह कौन है? जानें उनसे जुड़ी कुछ जरूरी बातें


By Mahima Sharan09, Feb 2024 05:19 PMjagranjosh.com

चौधरी चरण सिंह

भारत सरकार जल्द ही चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करने वाली है। उनके साथ-साथ पूर्व पीएम नरसिम्हा राव और वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन भी भारत रत्न से सम्मानित होंगे।

महान लेखक

आज हम आपको किसानों के मसीहा कहे जाने वाले चौधरी चरण सिंह से जुड़ी कुछ खास व जरूरी बातें बताएंगे। आपको मालूम होना चाहिए कि चरण सिंह पूर्व प्रधानमंत्री के साथ-साथ एक शानदार लेखक भी रहें हैं।

उनके नाम पर है एक यूनिवर्सिटी

मेरठ चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि रही है। उनके नाम पर एक विश्वविद्यालय भी है। CCSU की स्थापना साल 1965 में 'मेरठ यूनिवर्सिटी' नाम से हुई थी। बाद में इसका नाम बदलकर चौधरी चरण सिंह रखा गया।

छोटे से घर से शुरू किया वकालत

पूर्व प्रधानमंत्री ने मेरठ कॉलेज से LLB की पढ़ाई करने के बाद यहीं से वकालत की प्रैक्टिस भी की। उन्होंने कचहरी रोड पर एक छोटे से घर में रहकर अपनी वकालत शुरू की, वे तीन-चार साल तक यहां रहे थे।

लोक शैली में गीतकार

चौधरी चरण सिंह एक लेखक भी थे। उन्होंने इकोनॉमिक नाइटमेयर ऑफ इंडिया समेत कई किताबें लिखीं। चौधरी साहब महाभारत से जुड़ी कहानियां लोक शैली में गाते थे।

किसानों के मसीहा

चौधरी चरण सिंह ने शुरू से ही किसानों के हित के लिए संघर्ष किया है। जुलाई 1979 से जनवरी 1980 तक देश के प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने किसानों के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियां बनाईं।

साल 1970 में दिया इस्तीफा

चौधरी साहब ने सितंबर 1970 में कानपुर के दौरे मुख्यमंत्री पद से अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी थी। जहां वे सरकारी वाहन से लौटकर फिर निजी वाहन से लखनऊ पहुंचे थे।

कृषि उत्पादन को बढ़ावा

चौधरी साहब ने कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए 1954 में मृदा परीक्षण प्रणाली शुरू की और ब्रिटिश काल के उस कानून को समाप्त कर दिया जिसमें ग्रामीणों को नहर की पटरियों पर चलने से रोक दिया गया था।

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