पेरेंट्स की ये 3 गलतियां बच्चों के कम्युनिकेशन को करती हैं खराब
By Mahima Sharan17, May 2024 01:03 PMjagranjosh.com
खराब कम्युनिकेशन
बच्चों का पहला शब्द हर माता-पिता के लिए खुशी का पल होता है। वहीं कुछ ऐसे भी बच्चे होते हैं जो बेहद ही देरी से बोलना शुरू करते हैं या लंबे समय तक उनकी कम्युनिकेशन स्किल बेहद ही खराब होती है।
इन गलतियों पर करें सुधार
बता दें कि ऐसा ज्यादातर पेरेंट्स कि कुछ गलतियों के कारण होता है। यहां हम ऐसी ही कुछ सामान्य गलतियों के बारे में बात करेंगे, जिन्हें सुधारकर आप अपने बच्चे को जल्दी बोलने में मदद करेंगे और उसकी भाषा क्षमता भी मजबूत होगी।
अधिक स्क्रीन टाइम
आज के दौर में बच्चे अक्सर टीवी, टैबलेट और स्मार्टफोन स्क्रीन पर काफी समय बिताते हैं। यह आदत उनके सामाजिक मेलजोल को सीमित करती है, जो उनकी भाषा सीखने की क्षमताओं के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
कम बातचीत
जब माता-पिता अपने बच्चों से ज्यादा बात नहीं करते हैं तो बच्चे नए शब्द कम सीख पाते हैं। इसलिए जरूरी है कि बच्चों से रोजाना बात करें और उन्हें नई चीजें सिखाएं। ऐसा करने से बच्चे जल्दी और अच्छे से बोलना सीखते हैं।
प्रतिक्रिया न करें
जब बच्चे बोलने की कोशिश करें तो उन्हें प्रोत्साहित करना बहुत जरूरी है। अगर माता-पिता उनकी तारीफ न करें तो बच्चे बोलने में झिझकते हैं और कम बोलते हैं। इसलिए, उनके हर प्रयास की सराहना करना ज़रूरी है।
बच्चे के साथ समय बिताएं
यदि घर में केवल एक ही भाषा बोली जाती है तो बच्चों में नई भाषा सीखने की जिज्ञासा कम होती है। किताबें पढ़ने, कहानियां सुनने और गाने गाने से बच्चों में भाषा का विकास तेजी से होता है।
इन टिप्स कि मदद से आप अपने बच्चे का कम्युनिकेशन स्किल सुधार सकते हैं। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ