विद्यार्थी ऐसे करें अपने दिन की शुरुआत, सफलता चूमेगी कदम
By Mahima Sharan11, Feb 2024 02:40 PMjagranjosh.com
दैनिक आदतें
ऐसा कहा जाता है कि हर दिन अपने लक्ष्यों के करीब एक कदम आगे बढ़ने, अपनी क्षमता को उजागर करने और खुद का बेस्ट बनने का एक अवसर है। इसलिए छात्र जीवन में समय का सही सदुपयोग जरूरी है। आज हम आपको बताएंगे कि सफल होने के लिए क्या करना चाहिए।
जल्दी जागना
एक विद्यार्थी को अपने नए दिन की शुरुआत के लिए सुबह जल्दी उठने की जरूरत है। जल्दी उठने से आपको अपनी सुबह की दिनचर्या अधिक आराम से करने में मदद मिल सकती है और पूरे दिन आपके मूड और दृष्टिकोण पर सकारात्मक प्रभाव भी पड़ेगा।
सुबह की कसरत
सुबह की एक्सरसाइज आपके मन को पूरे दिन तरोताजा रखती है। इसलिए छात्र को रोज सुबह कम से कम 30 मिनट व्यायाम करनी चाहिए। इससे दिमाग तेज होता है साथ ही सोचने-समझने की क्षमता में भी वृद्धि होती है।
नाश्ता करना
छात्रों के लिए यह आवश्यक है कि वे अपने शरीर और दिमाग को अगले दिन के लिए ऊर्जा प्रदान करने के लिए अपने दैनिक दिनचर्या में पौष्टिक नाश्ते को प्राथमिकता दें। खाली पेट रहने से एकाग्रता , ऊर्जा, याददास्त की कमी होती है।
अपने दिन की योजना बनाएं
छात्रों के लिए एक बेस्ट दैनिक दिनचर्या आमतौर पर टू-डू लिस्ट में एक शेड्यूल बनाने से शुरू होती है। समय को प्रभावी ढंग से बांट कर लक्ष्य निर्धारित करना और उसमें जरूरी कामों को प्राथमिकता देना शामिल है।
प्री-क्लास प्रिव्यू
प्रभावी स्किल्स के लिए, न केवल असाइनमेंट पूरा करने के लिए बल्कि अगले दिन के पाठों की तैयारी के लिए भी समय निकालना फायदेमंद है। जो छात्र कक्षा में पढ़ाए जाने वाले टॉपिक को एक दिन पहले से पढ़कर आते हैं, उन्हें चीजें जल्दी समझ में आती है और भविष्य में कभी रटने की आवश्यकता नहीं पड़ती।
रात में तैयार करें
अकैडमी स्टडी एक छात्र के जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है, बचपन से ही एक छात्र की दिनचर्या में होमवर्क को शामिल करने से कई लाभ मिल सकते हैं। यह जिम्मेदारी, टाइम मैनेजमेंट की सबक देता है।
समय पर सोना
एक छात्र की आदर्श दैनिक दिनचर्या में लगातार नींद के समय की कमी नहीं हो सकती। यह ध्यान देने योग्य है कि अच्छे स्वास्थ्य और शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए पर्याप्त नींद महत्वपूर्ण है। पूरी नींद लेने से बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य में वृद्धि होती है।
किताब पढ़ना
एक छात्र जीवन में रोजाना किताब पढ़ने की आदत विकसित करना बेहद ही जरूरी है। किताब पढ़ने से नॉलेज और कॉन्संट्रेशन बढ़ता है। कम से कम बच्चों को रोजाना आधे घंटे किताब पढ़नी चाहिए इससे उनका मानसिक विकास भी होता है।