मूर्ख और ज्ञानी व्यक्ति में अंतर विकास दिव्यकीर्ति से जानिए


By Priyanka Pal29, Dec 2024 12:00 PMjagranjosh.com

विकास दिव्यकीर्ति

दृष्टि IAS के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति दिल्ली में मौजूद UPSC कोचिंग इंस्टीट्यूट चलाते हैं। वे स्टूडेंट को पढ़ाने के साथ – साथ जागरूक बनाने का भी काम कर रहे हैं।

विचार

देशभर के लाखों युवा विकास दिव्यकीर्ति को फॉलो करते हैं और उनके विचारों को अपनाते हैं। वह पढ़ाई के साथ ही जीवन से जुड़े मुद्दों पर भी बातें करते हैं।

ज्यादा आत्मविश्वास

विकास दिव्यकीर्ति का मानना है अगर आपको कोई ऐसा व्यक्ति दिखता है जो ज्यादा आत्मविश्वास में रहता है तो समझ लें कि वह मूर्ख व्यक्ति है।

खुद को ज्ञानी समझना

मूर्ख व्यक्ति खुद को ज्ञानी समझता है, उसे लगता है कि वह सबसे ज्यादा जानता है। वह खुद को सबसे ऊपर समझता है।

विरोध करना

ऐसा माना जाता है कि किसी से बहस नहीं करता है, ज्ञानी व्यक्ति किसी से लड़ता नहीं है। जबकि मूर्ख व्यक्ति इसका उल्टा विरोध करता है।

विनम्र

अगर आपके पास ज्ञान है तो आप विनम्र और धैर्यवान बने रहेंगे। ज्ञान प्राप्त होने के बाद व्यक्ति का स्वभाव विनम्र हो जाता है।

मूर्ख और ज्ञानी

उन्हें अपने विचार साझा करते हुए बताया है कि, मूर्ख और ज्ञानी व्यक्ति में क्यां अंतर होता है। वह कहते हैं जिस व्यक्ति में विवेक होता है वे विनम्र हो जाता है।

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