हिमाचल प्रदेश का एक ऐसा गांव, जो है एशिया में सबसे अमीर
By Mahima Sharan07, Apr 2025 12:15 PMjagranjosh.com
हिमाचल प्रदेश
अमीर हस्तियों के बारे में भी हमने खुद पढ़ा और सुना होगा, लेकिन क्या आपने कभी एक अमीर गांव के बारे में सुना है? जी हां, आपने बिल्कुल सही पढ़ा आज हम एशिया के सबसे अमीर गांव के बारे में बात कर रहे हैं, जिसके बारे में 99 प्रतिशत लोगों को नहीं मालूम हो।
एशिया का सबसे अमीर गांव
दरअसल हम हिमाचल प्रदेश की राजधानी से 70 किलोमीटर की दूरी पर बसे मड़ावग गांव की बात कर रहे हैं। यह एशिया का सबसे अमीर गांव है, जिसकी घोषणा 2016 में हुई थी। लेकिन, क्या आपने कभी ये सोचा है कि इस शहर में ऐसा क्या खास है? आखिर वह कौन सी चीज है जो इसे अमीर बनाता है? आज हम आपको इस गांव की खासियत के बारे में बताएंगे।
खेती से लोग कर रहे है कमाई
बता दें कि इसके पीछे का कारण यहां के मेहनती मजदूर है, जो महानगरों का पीछा न कर के अपने ही गांव में कड़ी परिश्रम करने में विश्वास रखते हैं। यहां के लोग पूर्वजों से सेब की खेती कर रहे हैं और नई पीढ़ियां भी इसे आगे लेकर जा रही है, जो इस गांव की समृद्धि के लिए प्रसिद्ध है।
हर साल होती है करोड़ों की कमाई
सेब की खेती ने यहां के हर व्यक्ति को करोड़पति बना दिया है। मड़ावग गांव का हर व्यक्ति सेब की खेती के माध्यम से हर साल करीब 75 लाख कमाता है। यहां से दुनिया भर में सेब का निर्यात किया जाता है।
विश्व स्तर पर भी है बोल-बाला
विश्व स्तर पर सेब की खेती में हिमाचल प्रदेश सबसे आगे रहा है। यहां करीब 4 लाख परिवार सेब की खेती-बाड़ी से जुड़ा है और यहां इस पूरे गांव की सालाना आस 3 से 4 करोड़ की होती है। बदलते समय के साथ-साथ खेती में भी काफी बदलाव देखें गए हैं। आज लोग विदेशी किस्म का सेब भी लगा रहे हैं। वहीं साइंस ने भी इसमें महत्वपूर्ण योगदान दिया है। विज्ञान के साथ खेती अधिक तेज हो चुकी है।
क्या है इतिहास
साल 1954 में मड़ावग गांव में लोग आलू और अन्य फसल की खेती करते थे बाद में शिमला के लोगों ने सेब की खेती शुरू की, जो समय के साथ तुल पकड़ लिया।
अपनी खेती के कारण ही यह गांव आज पूरे एशिया में सबसे अमीर है। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ