क्‍या हाथ से लिखने से याददाश्त मजबूत होती है?


By Priyanka Pal24, Feb 2024 11:56 AMjagranjosh.com

लिखने की साइकोलॉजी

एक रिसर्च से पता चलता है कि नोट्स लेने वाले स्टूडेंट में याद रखने की क्षमता बढ़ जाती है। रिसर्च में पाया गया कि हाथ से लिखकर नोट बनान वाले स्टूडेंट की राइटिंग, स्पेलिंग और लिखना का फॉर्मेट सही हो जाता है।

याददाश्त मजबूत होती है

हाथों से लिखने से दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ने के साथ ही साथ याद रखने की क्षमता में भी सुधार होता है। अगर आप हाथों से लिखते हैं और शब्दों और वाक्य को खुद बनाते हैं तो इससे लिखा हुआ लंबे समय तक याद रहता है़।

काम करने की क्षमता बढ़ती

जिन लोगों ने कीबोर्ड की जगह पर डिजिटल पेन का इस्तेमाल किया था, उनके दिमाग की कार्यक्षमता अन्य लोगों के मुकाबले अधिक बढ़ी थी।

टाइपिंग करना

स्टडी के मुताबिक हाथों से लिखने से आपका न्यूट्रल नेटवर्क मजबूत होता है। लैपटॉप या फिर मोबाइल पर लिखने से दिमाग के अलग-अलग हिस्सों में जुड़ाव थोड़ा कम हो पाता है।

पैटर्न

हाथ से लिखते समय, मस्तिष्क कनेक्टिविटी पैटर्न कीबोर्ड पर टाइप करते समय की तुलना में कहीं अधिक कठिन होता है।

अक्षरों की समझ

जिन बच्चों ने टैबलेट पर लिखना और पढ़ना सीखा है, उन्हें उन अक्षरों के बीच अंतर करने में कठिनाई हो सकती है जो एक-दूसरे की दर्पण इमेज हैं।

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