Paris Olympic 2024: भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन कितने पढ़े लिखे हैं?


By Priyanka Pal03, Aug 2024 07:16 PMjagranjosh.com

लक्ष्य सेन

पेरिस ओलंपिक में लक्ष्य सेन इतिहास रच दिया है, वह बैैडमिंटन सेमिफाइनल में पहुचंने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। वह साइना नेहवाल और पीवी सिंधु के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले तीसरे भारतीय बन गए हैं।

जन्म

लक्ष्य सेन का जन्म 16 अगस्त सन् 2001 को उत्तराखंड के अल्मोड़ा में एक बंगाली परिवार में हुआ था।

एजुकेशन

बैडमिंटन में अपना करियर बनाने के साथ-साथ लक्ष्य ने उत्तराखंड के हल्द्वानी के बीरशीबा सीनियर सेकेंडरी स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की है।

स्पोर्ट्स

बैडमिंटन लक्ष्य को स्वाभाविक रूप से आता था, और हो भी क्यों न, उनके दादा चंद्र लाल सेन ही थे जिन्होंने छोटे से शहर में बैडमिंटन की शुरुआत की थी और उनके पिता डीके सेन लक्ष्य के पहले कोच थे।

कब से खेलना शुरू किया

क्ष्य ने प्रकाश पादुकोण अकादमी में कड़ी मेहनत की और मात्र 15 साल की उम्र में राष्ट्रीय पुरुष एकल फाइनल में पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय बनकर अपने गुरु प्रकाश पादुकोण द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।

करियर

साल 2016 में, लक्ष्य थाईलैंड में एशियाई जूनियर चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतने में सफल रहे।

मेडल

साल 2018 में लक्ष्य ने रजत पदक, राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने गोल्ड मेडल और एशियाई खेलो में रजत पदक जीता।

पेरिस ओलंपिक में मौका

पेरिस ओलंपिक का अब तक का सफर लक्ष्य के लिए शानदार है, पीवी सिंधु के हारने के बाद लक्ष्य के पास पेरिस ओलंपिक में बैडमिंटन में पदक जीतने का भारत का एकमात्र मौका है।

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