By Priyanka Pal20, Feb 2024 02:23 PMjagranjosh.com
शिवाजी महाराज
छत्रपति शिवाजी महाराज मराठा सम्राट थे। उनकी वीरता की मिसाल महाराष्ट्र में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में दी जाती है। उन्होंने मुगलों को परास्त कर मराठा साम्राज्य को बुलंद किया।
शूरवीर
छत्रपति शिवाजी महाराज में देशभक्ति, राजनीति, वीर, बुद्धिमान और साहसी योद्धा थे। उन्होंने 16 साल की उम्र में ही अपना संघर्ष शुरू कर दिया था। उन्होंने अपने प्रयासों से भारत को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से सशक्त बनाया।
स्थापना
शिवाजी महाराज ने मराठा साम्राज्य की स्थापना की और इंडियन नेवी तथा गोरिल्ला युद्ध शैली का आरंभ किया। इनके जज्बे और रणनीतियों के आगे महान से महान योद्धाओं ने भी घुटने टेक दिए।
जन्म
शिवाजी महाराज का जन्म पुणे स्थित शिवनेरी दुर्ग में 19 फरवरी, 1630 में हुआ था। जिस समय उनका जन्म हुआ, उस समय उत्तर भारत में मुगल सम्राट शाहजहां का शासन था। इनके पिता शाहजी भौसले वीजापुर सल्तनत में सेनापति के पद पर थे।
लालन पालन
शिवाजी महाराज का लालन – पालन उनकी मां जीजाबाई ने किया और मालोजी भोंसले शाहजी ने उन्हें घुसवारी, तलवार बाजी और निशानेबाजी का ज्ञान दिया। जीजाबाई ने उन्हें सभी धार्मिक ग्रंथों की शिक्षा दी थी। उन्होंने शिवाजी महाराज को बचपन से ही आदर्श पुरूषों की गाथा सुनाई और महान बनने की प्रेरणा दी।
चरित्र निर्माण
जीजाबाई ने शिवाजी को बुद्धि कौशल, संवेदनशीलता, सहनशीलता, सहानुभूति और अंतर्ज्ञान जैसे गुण भी सिखाए। जीजीबाई ने शिवाजी महाराज के चरित्र निर्माण करने में आधारशिला का काम किया।
शिक्षा
इसी के साथ उनके चरित्र विकास में गुरू रामदास की शिक्षा का शिक्षा का भी प्रभाव था। रामदास शिवाजी के अध्यात्मिक पद प्रदर्शक थे। उन्होंने मराठों को संगठित करने और जन्म भूमि की रक्षा करने का संदेश दिया था।
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