टूटते तारों से क्यों मांगी जाती है विश? जानें


By Mahima Sharan06, Aug 2023 03:00 PMjagranjosh.com

टूटते तारे से विश

आपने देखा होगा कि कई बार आसमान में टूटता हुआ तारा नजर आता है इसे लेकर अलग-अलग देशों में अलग-अलग मान्यताएं प्रचलित हैं।

संस्कृति में टूटते तारे

हालाँकि, लगभग हर संस्कृति में टूटते तारे को शुभ माना जाता है। इसे देखकर मन्नतें मांगने का चलन है। कहा जाता है कि इस समय मांगी गई कोई भी मनोकामना पूरी होती है।

टूटता तारा वास्तव में तारा नहीं है

आकाश में टिमटिमाते तारे आकार में बहुत छोटे दिखते हैं। लेकिन असल में ये आकार में पृथ्वी से भी बहुत बड़े हैं। उनका ज़मीन पर गिरना भयावह हो सकता है

उल्कापिंड

जिसे हम टूटता तारा कहते हैं वह उल्कापिंड है। अंतरिक्ष में लाखों उल्कापिंड घूमते रहते हैं. कभी-कभी ये पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर जाते हैं। वायुमंडल में प्रवेश करते ही ये तेजी से गिरते हैं।

लग जाती है आग

इस कारण गिरता हुआ उल्का टूटते हुए तारे जैसा दिखता है। अधिकांश उल्काएं ऊपरी सतह पर जलकर नष्ट हो जाती हैं। बहुत कम संख्या में उल्काएँ ही पृथ्वी की सतह तक पहुँचती हैं।

वायुमंडल

उल्काओं का जो भाग वायुमंडल में जलने से बचकर पृथ्वी तक पहुँचता है उसे उल्कापिंड कहते हैं। कई हजार साल पहले एक उल्कापिंड ने धरती से डायनासोर का नामोनिशान मिटा दिया था।

पूरी करता है?

आज हम जानते हैं कि टूटता तारा वास्तव में तारा नहीं है। लेकिन प्राचीन समय में यह लोगों के लिए कौतूहल का विषय था। कुछ संस्कृतियों में इन्हें धर्म से जोड़ा गया है।

दैवीय घटना

लोगों की नजर में यह एक दैवीय घटना थी इस वजह से उस समय के लोग इसे देखकर अपनी मनचाही मुरादें मांगते थे। वहीं से यह मान्यता चली आ रही है. वैसे उल्कापिंडों का वायुमंडल में प्रवेश करना आम बात है।

दुर्लभ घटना

लेकिन उस गिरते उल्का यानि टूटते तारे को देखना एक दुर्लभ घटना है। क्योंकि, ये थोड़े समय के लिए ही दिखाई देते हैं। इसलिए इसे देखना शुभ माना जाता है। अगर इच्छा पूर्ति की बात करें तो टूटे हुए अंतरिक्ष पत्थर में इच्छा पूर्ति की क्षमता नहीं होती है।

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