By Mahima Sharan18, Sep 2023 03:25 PMjagranjosh.com
जेईई मेंस
जेईई मेंस की परीक्षा में हर साल लाखों उम्मीदवार शामिल होते हैं। जेईई परीक्षा पास करने के बाद ही उम्मीदवारों को आईआईटी कॉलेजों में दाखिला लेने का मौका मिलता है।
इंजीनियर ने चुना संत करियर
फिर 4 साल के ग्रेजुएशन कोर्स के बाद उन्हे इंजीनियर के तौर पर नियुक्त किया जाता है। वहीं, कुछ ऐसे भी लोग है जिन्होंने आईआईटी पूरा करने के बाद लाखों का पैकेज छोड़कर एस सादा संत का जीवन अपनाया है।
Sandeep Kumar Bhatt IIT
संदीप कुमार भट्ट ने IIT Delhi से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। वहीं 28 साल की उम्र में उन्होंने अपना नाम स्वामी सुंदर गोपालदास रखकर संन्यासी का जीवन अपना लिया।
Aviral Jain Monk
अविरल जैन नाम ने सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के तौर पर Walmart कंपनी में काम भी किया है, फिर बाद में वे लंबे समय के ध्यान और तपस्या के बाद संन्यासी बन गए।
Sanket Parekh
संकेत पारेख ने आईआईटी बॉम्बे से इंजीनियरिंग की है। फिर बाद में उन्होंने इंजीनियरिंग छोड़ कर संन्यास धारण कर लिया।
Rasanath Das
रसनाथ दास ने आईआईटी बॉम्बे से पढ़ाई करने के बाद Deloitte के कंपनी में काम किया, फिर वे सब कुछ छोड़कर कृष्ण भक्ति में लीन हो गए।
Swami Mukundananda
स्वामी मुकुंदानंद को बचपन से ही मेडिटेशन में काफी रुचि था। उन्होंने आईआईटी दिल्ली से B.Tech किया फिर आईआईएम कोलकाता से एमबीए की डिग्री भी हासिल की।
Gaurang Das
गौरांग दास ने आईआईटी बॉम्बे से Metallurgical Engineering किया है। फिर बाद में वे इस्कॉन से जुड़ गए।
अमोघ लीला दास
अमोघ लीला का आशीष अरोड़ा है। उन्होंने 2004 में ग्रेजुएशन पूरा किया फिर बाद में इस्कॉन से जुड़ गए।
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