By Mahima Sharan26, Jul 2024 10:36 AMjagranjosh.com
भारत के मेथमेथिशियन
वैसे तो मैथ का नाम सुनते ही कई बच्चों के होश उड़ जाते हैं। लेकिन मैथ हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। आज हम दुनियां के उन मैथामाथिशियन के बारे में जानेंगे, जिन्होंने दुनिया को बदल दिया।
थेल्स ऑफ मिलेटस
प्राचीन ग्रीस के सबसे प्रसिद्ध मैथामाथिशियन में से एक, थेल्स ऑफ मिलेटस ने पिरामिडों की ऊंचाई की कैलकुलेशन करने और जहाजों से तट तक की दूरी मापने के लिए ज्यामिति का उपयोग किया।
एनाक्सागोरस
एनाक्सागोरस एक मैथमाथिशियन और एस्ट्रोनॉमर थे जिन्होंने ग्रहणों के साफ स्पष्टीकरण की खोज की। उन्होंने इंद्रधनुष की व्याख्या करने का भी प्रयास किया।
पाइथागोरस
पाइथागोरस को पाइथागोरस प्रमेय के लिए सबसे ज्यादा जाना जाता है, जो आज ज्यामिति के क्षेत्र की आधारशिलाओं में से एक है।
ज़ेनोक्रेट्स
ज़ेनोक्रेट्स एक प्राचीन ग्रीक फिलोसफर और मैथमाथिशियन थे। उनकी सभी पुस्तकें संख्याओं और ज्योमेट्री के सिद्धांत पर आधारित थीं।
अरस्तू
अरस्तू एक महान स्कॉलर थे, जिन्हें मैथ सहित विभिन्न क्षेत्रों में ज्ञान था। उन्होंने अपने ग्रंथों में मैथ और विजिट को एक साथ मिलाकर लिखा।
यूक्लिड
अलेक्जेंड्रिया में एक प्राचीन ग्रीक मैथमाथिशियन है। यूक्लिड को आज ज्योमेट्री का जनक माना जाता है।
आर्किमिडीज
आर्किमिडीज सिसिली के शहर सिरैन्यूज के एक प्राचीन ग्रीक मैथमाथिशियन थे। उन्होंने ज्योमेट्री में काम किया, स्फेयर, सिलेंडर, सर्कल और पैराबोला के बारे में खोज की।
इन महापुरुषों ने आद दुनिया को बदल दिया है। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ
Kargil Vijay Diwas: क्यों मनाया जाता है कारगिल विजय दिवस? इन 7 प्वाइंट्स में जानिए