कर्मनाशा नदी: इसके पानी को छूने से डरते हैं लोग


By Priyanka Pal21, Feb 2023 12:48 PMjagranjosh.com

कर्मनाशा नदी

इस नदी को लेकर लोगों के मन में ऐसा खौफ है कि इसमें नहाने तो दूर इसके पानी को छूना तक पसंद नहीं करते।

बनते काम बिगाड़ देती है यह नदी

इस नदी का नाम कर्म और नाश दो शब्दों से मिलकर बना है जिसका अर्थ ही यह निकलता है काम नष्ट करनेवाली नदी।

नदी किनारे रहनेवाले लोग

जब यहां लंबे समय तक पानी का इंतजाम नहीं था तब लोग यहां रहने से बचते थे और फलों को खाकर गुजारा करते थे।

कहां तक बहती है यह नदी ?

यह नदी उत्तर प्रदेश और बिहार में बहती है लेकिन इसका ज्यादातर हिस्सा यूपी में ही आता है।

आखिर में कहां मिल जाती है यह नदी ?

कर्मनाशा यूपी में सोनभद्र, चंदौली, वाराणसी और गाजीपुर से होकर बहती है और अक्सर गंगा में मिल जाती है।

पौराणिक कथा

गुरू वशिष्ट ने राजा सत्यव्रत को उनकी दृष्टता के कारण चांडाल होने का श्राप दे दिया यह नदी राजा सत्यव्रत की लार से बनी है।

पौराणिक कथा के अनुसार

माना जाता है की एक राजा को मिले श्राप के कारण इस नदी को शापित माना गया है और अब तक माना जाता है।

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