By Priyanka Pal20, Sep 2024 02:10 PMjagranjosh.com
मंकीपॉक्स
मंकीपॉक्स बाकी देशों से होकर अब भारत में भी तेजी से फैलने लगा है। आज इस वेब स्टोरी में जानिए इसका पहला मामला किस देश में सामने आया था।
इमरजेंसी
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस बीमारी को लेकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंकीपॉक्स अफ्रीका से फैला है।
मंकीपॉक्स का पहला मामला
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, इंसानों में मंकीपॉक्स का पहला केस 1970 में सामने आया था।
दुनिया में मंकीपॉक्स
उस समय कॉन्गो के रहने वाले एक 9 महीने के बच्चे में ये संक्रमण पाया गया था। बच्चे में इसकी पुष्टि होने के बाद 11 अफ्रीकी देशों में इंसानों के मंकीपॉक्स से संक्रमित होने के मामले दुनियाभर में सामने आए।
टेस्ट
कई अफ्रीकी देशों में जब बंदरों और गिलहरियों का टेस्ट किया गया तो उनमें मंकीपॉक्स के खिलाफ एंटीबॉडी मिली थी।
वैज्ञानिकों ने अनुमान
वैज्ञानिकों का कहना है कि मंकीपॉक्स का ओरिजिन सोर्स अफ्रीका ही है। उनका अंदेशा है कि अफ्रीका से ही एशियाई बंदरों में ये वायरस फैला होगा।
इन देशों में सामने आए मामले
कॉन्गो के अलावा बेनिन, कैमरून, गेबन, लाइबेरिया, नाइजीरिया, दक्षिणी सूडान समेत कई अफ्रीकी देशों में इंसानों में मंकीपॉक्स वायरस के कई मामले सामने आने लगे।
कितना खतरनाक मंकीपॉक्स ?
मंकीपॉक्स की बीमारी पीड़ादायक जरूर है, लेकिन यह कोरोना की तरह ज्यादा तेजी से फैलने वाली बीमारी नहीं है।
ऐसी ही जनरल नॉलेज, सरकारी नौकरियों, करियर टिप्स, मोटिवेशनल कोट्स और एजुकेशन से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh.com के साथ।