भारत में पहला एटॉमिक प्लांट कब बना था, जानिए इससे जुड़ी कुछ खास बातें


By Prakhar Pandey2023-02-28, 16:49 ISTjagranjosh.com

प्लांट

आइए जानते हैं कि भारत में पहला एटॉमिक प्लांट कब और कहां बनाया गया था।

क्या होते हैं एटॉमिक प्लांट?

एटॉमिक प्लांट एक प्रकार के थर्मल पावर स्टेशन होते हैं जिसमें भाप उत्पन्न करने के लिए गर्मी का उपयोग कर बिजली पैदा करने वाले जनरेटर से जुड़े टरबाइन को चलाने का काम किया जाता हैं।

भारत का पहला एटॉमिक प्लांट

भारत का पहला परमाणु संयंत्र 1969 में महाराष्ट्र के तारापुर में शुरू हुआ था। इसकी नींव साल 1961 में पड़ी थी।

7 परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के नाम

देश के 7 परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में तारापुर (महाराष्ट्र), रावतभाटा(राजस्थान), कुडनकुलम(तमिलनाडु), कैगा(कर्नाटक), काकरापार(गुजरात), कलपक्कम (तमिलनाडु) और नरोरा(उत्तर प्रदेश) शामिल हैं।

कुल परमाणु रिएक्टर

भारत के पास इस समय तक करीब 20 से ज्यादा परमाणु रिएक्टर यूनिट्स मौजूद हैं।

बिजली दर

2011 से 2016 के बीच इन प्लांट्स पर लगभग 78% का भार रहा हैं। परमाणु विद्युत घर 2-3.5 प्रति किलोवाट घंटे की दर से बिजली सप्लाई कर रहे हैं।

तारापुर

तारापुर परमाणु बिजली प्लांट की पहले दो यूनिट्स उबलते पानी रिएक्टर का प्रयोग करती है। इस टेक्नीक के माध्यम से बिजली उत्पादन के लिए पानी से बिजली बनाई जाती हैं।

कैसे हुआ स्थापित?

भारत का पहला न्यूक्लियर पावर प्लांट तारापुर में अमेरिका के सहयोग से स्थापित किया गया था।

कॉन्ट्रैक्ट

भारत और अमेरिका के बीच 30 साल का न्यूक्लियर पावर प्लांट में यूरेनियम सप्लाई करने का कॉन्ट्रैक्ट हुआ था।

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