आदिवासियों के मसीहा बिरसा मुंडा


By Gaurav Kumar15, Nov 2022 02:31 PMjagranjosh.com

झारखंड के छोटे से गांव में&जन्में इस महानायक ने अपने क्रांतिकारी चिंतन से नवीन समाज का निर्माण किया।

अंग्रेज़ों ने ज़हर देकर बिरसा को मौत के घाट उतारा था ।

पढ़ाई के दौरान ही बिरसा मुंडा आदिवासियों की जमीन और वन संबंधी अधिकारों की मांग को लेकर सरदार आंदोलन में शामिल होते थे।

बिरसा ने ब्रिटिश समाज के काले कानून को चुनौती दी।

बिरसा को लगा ईसाई धर्म पहचान छीन रहा है इसलिए उन्होंने इस धर्म का त्याग किया।

सामाजिक कुरीतियों ने समाज को जिस ज्ञान से दूर किया था उस ज्ञान &कि ओर &लोगों को ले जाने का काम किया।

&1900 में बिरसा और अंग्रेज़ों के बीच &आखिरी युद्द हुआ इस लड़ाई में अंग्रेज जीत तो गए थे लेकिन बिरसा मुंडा उनकी पकड़ में नहीं आए थे।

बिरसा &को ढूंढ़ने का अंग्रेजों ने 500 रुपए का इनाम रखा था जिसके लालाच में आकर उसके अपनों ने ही ठिकाना बता दिया था।

THANK YOU FOR WATCHING

Village for sale in Spain: Check details