संस्कारी बच्चे कैसे होते हैं?


By Mahima Sharan18, Mar 2025 01:22 PMjagranjosh.com

संस्कारी बच्चे

एक संस्कारी बच्चा वह होता है जो किसी विशेष संस्कृति या कई संस्कृतियों के मूल्यों, विश्वासों, रीति-रिवाजों और परंपराओं के संपर्क में आता है। उनके अंदर दुनिया की एक अच्छी समझ होती है। साथ ही वे अपनी जिम्मेदारियों और कर्तव्य को भी अच्छे से समझते हैं।

परिवार की बात मानना

परिवार सांस्कृतिक प्रभाव का प्राथमिक स्रोत है। संस्कारी बच्चे अपने माता-पिता की बात सुनते और समझते हैं। वे बड़ों को नाम से नहीं बल्कि रिश्ते के संबोधन से बुलाते हैं।

दयालु

संस्कारी बच्चे दूसरों के प्रति दयालु होते हैं। वे दूसरों की परेशानियों को समझते हैं और उनके प्रति सहानुभूति रखते हैं।

मदद का हाथ बढ़ाना

संस्कारी बच्चे दूसरों की मदद करने में विश्वास रखते हैं। जब भी कोई व्यक्ति उनके पास मदद मांगता है, तो वे किसी भाव के उनकी मदद करते हैं।

दूसरों का मजाक नहीं उड़ाते

संस्कारी बच्चे कभी भी किसी परिस्थिति में किसी का मजाक नहीं उड़ाते हैं, क्योंकि वे दूसरों की स्थित और परेशानी को समझते हैं।

बात करने की तहज़ीब रखते हैं

संस्कारी बच्चे बात करने की तहज़ीब रखते हैं। वे कभी भी किसी से बदतमीजी से बात नहीं करते है। वे शब्दों के मोल को समझते हैं।

एक संस्कारी बच्चा कभी भी खुद से दूसरों को बुरा महसूस नहीं कराता है। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ

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