By Mahima Sharan13, Jan 2025 01:33 PMjagranjosh.com
संक्रांति क्या है?
मकर संक्रांति हिंदू (पंचांग) कैलेंडर में एक महीने मलमास के अंत और मौसम में बदलाव के लिए सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का प्रतीक है। इसे उत्तर में लोहड़ी, असम में भोगली बिहू और दक्षिण में पोंगल के रूप में मनाया जाता है। इस साल भारत में कल यानी 14 जनवरी 2025 को संक्रांति मनाई जाएगी। आइए जानते हैं भारत के कि राज्य में मकर संक्रांति कैसे मनाई जाती हैं।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में लोग सद्भावना के प्रतीक के रूप में तिल-गुड़ का आदान-प्रदान करके मकर संक्रांति मनाते हैं। इसके साथ ही महिलाएं एक साथ आती हैं और एक विशेष 'हल्दी-कुमकुम' समारोह करती हैं।
गुजरात
मकर संक्रांति को गुजरात में उत्तरायण के रूप में जाना जाता है और इसे दो दिनों तक मनाया जाता है। पहला दिन उत्तरायण होता है, और अगला दिन वासी-उत्तरायण होता है। पहले दिन यहां आसमान पतंगों से भर जाता है।
आंध्र प्रदेश
मकर संक्रांति आंध्र प्रदेश में तीन दिनों तक मनाई जाती है। पहला दिन (भोगी पंडुगा) जब लोग भोगी में पुरानी चीजें फेंकते हैं। दूसरा दिन (पेड्डा पंडुगा) जिसका अर्थ है 'बड़ा त्योहार', प्रार्थना, नए कपड़े और मेहमानों को दावत के लिए आमंत्रित करके मनाया जाता है। तीसरा दिन कनुमा, जो किसानों के लिए बहुत खास है।
पंजाब
पंजाब में मकर संक्रांति पर जोश, नृत्य और रंग देखने को मिलते हैं। लोहड़ी संक्रांति या माघी से एक रात पहले मनाई जाती है।
कर्नाटक
कर्नाटक में मकर संक्रांति एलु बिरोधु अनुष्ठान के साथ मनाई जाती है, जिसमें महिलाएं कम से कम 10 परिवारों के साथ एलु बेला (ताज़े कटे हुए गन्ने, तिल, गुड़ और नारियल से बने क्षेत्रीय व्यंजन) का आदान-प्रदान करती हैं।
केरल
केरल में मकर संक्रांति मनाई जाती है, जब आकाश में आकाशीय तारा मकर ज्योति दिखाई देती है, तो हज़ारों लोग सबरीमाला मंदिर के पास मकर विलक्कू को देखने के लिए उमड़ पड़ते हैं।
बिहार और झारखंड
पहले दिन, लोग नदियों और तालाबों में स्नान करते हैं और अच्छी फसल के जश्न के रूप में मौसमी व्यंजन खाते हैं। पतंग उड़ाना भी एक ऐसी चीज़ है जिसका लोग बेसब्री से इंतज़ार करते हैं। वहीं, दूसरे दिन लोग विशेष खिचड़ी का आनंद लेते हैं।
इस तरह से विभिन्न राज्य में मकर संक्रांति मनाई जाती हैं। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ