By Priyanka Pal14, Feb 2025 06:40 PMjagranjosh.com
प्रयागराज का नाम कितनी बार बदला है
प्रयागराज, जिसे पहले इलाहाबाद के नाम से जाना जाता था, उत्तर प्रदेश का एक ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व वाला शहर है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रयागराज का नाम कितनी बार बदला है?
प्रयागराज
प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम है, जिसे त्रिवेणी संगम के नाम से जाना जाता है। यह शहर अपनी धार्मिक परंपराओं, ऐतिहासिक धरोहरों, साहित्यिक योगदान और प्रशासनिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।
पावन नगरी
कहते हैं इस पावन नगरी को स्वयं भगवान विष्णु ने बसाया था। इतिहास में जिक्र मिलता है कि संगम के सामरिक महत्व से प्रभावित होकर सम्राट अकबर ने इसका नाम इलाहाबास रखा था।
इलावर्त
जिसके बाद इसका नाम इलावर्त, तो कभी इलाबास, इतना ही नहीं बल्कि कभी झूंसी तक इसका नाम रखा गया है।
बदले नाम
इलावास आगे चलकर इलाहावास बना फिर अल्लाहबाद में तब्दील हुआ। जिसके बाद लोग इसे इलाहाबाद के नाम से जानने लगे। जिसके बाद अब इलाहाबाद को प्रयागराज के नाम से जाना जाता है।
इलाहाबाद
अंग्रेजों के शासनकाल में इसका नाम फिर से इलाहाबाद कर दिया गया और यह आधिकारिक नाम बन गया।
प्रयागराज शहर
उत्तर प्रदेश सरकार ने साल 2018 में इस ऐतिहासिक शहर का नाम फिर से प्रयागराज कर दिया।
ऐसी ही जनरल नॉलेज, सरकारी नौकरियों, करियर टिप्स, मोटिवेशनल कोट्स और एजुकेशन से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh.com के साथ।
Which State Is The Highest Producer Of Jackfruit In India?