JEE Mains की परीक्षा साल में कितनी बार दे सकते हैं?
By Mahima Sharan29, Oct 2024 05:57 PMjagranjosh.com
जेईई मेंस
देश के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए जेईई परीक्षा पास करना जरूरी है। जेईई के टॉप स्कोरर को ही आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी कॉलेज और दूसरे टॉप कॉलेजों में सीट मिलती है।
जेईई मेंस एग्जाम कितनी बार दें सकते हैं?
हर साल 10 लाख से ज्यादा छात्र जेईई मेन परीक्षा देते हैं। यह दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं की लिस्ट में शामिल है। जेईई मेन परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है। ऐसे में छात्र काफी कंफ्यूज रहते हैं कि उन्हें जेईई मेन परीक्षा एक बार देनी चाहिए या दोनों बार।
2025 में जेईई मेन परीक्षा कब होगी?
जेईई मेन परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है। JEE Main का पहला सत्र आमतौर पर जनवरी के आखिरी सप्ताह और फरवरी के पहले सप्ताह के बीच आयोजित किया जाता है। फिर JEE Main का दूसरा सत्र अप्रैल में आयोजित किया जाता है।
क्या JEE Main परीक्षा दो बार दी जा सकती है?
अब सवाल यह उठता है कि अगर JEE Main परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है, तो छात्र इसमें कितनी बार शामिल हो सकते हैं। कोई भी छात्र चाहे तो JEE Main के दोनों सत्रों में शामिल हो सकता है। इसे लेकर कोई सीमा तय नहीं की गई है।
पिछली गलतियों को सुधारने का मौका
अगर आपको JEE Main सत्र 1 में कम अंक मिलते हैं, तो आप JEE Main सत्र 2 में भी शामिल हो सकते हैं। JEE Main सत्र 1 को अभ्यास परीक्षा के रूप में माना जा सकता है। JEE Main सत्र 2 पिछली गलतियों को सुधारने का अवसर देता है।
दोबारा परीक्षा देने के कई फायदे हैं
JEE Main परीक्षा आयोजित करने वाला IIT दोनों सत्रों से सर्वश्रेष्ठ स्कोर का चयन भी करेगा। इस प्रक्रिया में काफी लचीलापन दिया गया है। अगर JEE Main सेशन 1 में आपका प्रदर्शन बेहतर है तो उस पर विचार किया जाएगा और अगर दूसरे सेशन में आप बेहतर अंक लाते हैं तो उसी आधार पर अंतिम रैंक दी जाएगी।
जेईई मेंस में अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को ही बेस्ट कॉलेज मिलती है। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ