स्वामी विवेकानंद के पास कितनी डिग्रियां थीं? जानें
By Priyanka Pal04, Jul 2024 11:00 AMjagranjosh.com
स्वामी विवेकानंद
हर साल 4 जुलाई को स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि मनाई जाती है। वे एक प्रभावशाली व्यक्तित्व थे जिन्होंने पश्चिमी दुनिया को हिंदू धर्म के बारे में जागरूक किया। आज जानिए उनकी शिक्षा से जुड़ी उपलब्धियों और कार्यों के बारे में।
स्वामी जी के बचपन का नाम
विवेकानंद का बचपन का नाम नरेंद्रनाथ दत्ता था, वे कलकत्ता के रहने वाले थे। उनका जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था। उनके पिता एक वकील और समाज में एक प्रभावशाली व्यक्तित्व थे।
प्रारंभिक शिक्षा
स्वामी जी ने आठ साल की उम्र में ईश्वर चंद्र विद्यासागर के संस्थान में दाखिला लेने के बाद कलकत्ता के प्रेसीडेंसी कॉलेज में से शिक्षा ली। जहां वे पश्चिमी दर्शन, ईसाई धर्म और विज्ञान से परिचित हुए।
रुचि
पढ़ाई के साथ - साथ विवेकानंद वाद्य और गायन दोनों तरह के संगीत में रुचि थी। वे खेल, जिमनास्टिक, कुश्ती और बॉडीबिल्डिंग में भी भाग लिया करते थे।
डिग्री मिलने से पहले हुए ज्ञानी
जी हां, कहा जाता है कि विवेकानंद को पढ़ाई का इतना शौक था कि जब तक उन्होंने कॉलेज से ग्रेजुएशन पूरा किया। तब तक उन्होंने विभिन्न विषयों का व्यापक ज्ञान हासिल कर लिया था।
धर्म ग्रंथों को किया अध्ययन
कहते हैं, उन्होंने भगवद गीता और उपनिषद जैसे हिंदू धर्मग्रंथ पढ़े और दूसरी तरफ डेविड ह्यूम, हर्बर्ट स्पेंसर आदि द्वारा लिखे गए पश्चिमी दर्शन और अध्यात्म को पढ़ा।
कलकत्ता यूनिवर्सिटी
उन्होंने कई क्षेत्रों, मुख्य रूप से पश्चिमी इतिहास और दर्शन में व्यापक शिक्षा के साथ कलकत्ता यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पूरा किया।
ब्रह्मो आंदोलन से जुड़े
कम उम्र से ही, उनके योगिक स्वभाव ने उन्हें ध्यान करने के लिए प्रेरित किया और बाद में वे ब्रह्मो आंदोलन से जुड़ गए।
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