12वीं के बाद ये 6 एग्जाम्स दिलाएंगे फॉरेन यूनिवर्सिटी में एंट्री


By Mahima Sharan12, Feb 2024 02:22 PMjagranjosh.com

विदेश में पढ़ने की इच्छा

कई छात्र विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं। आज बेहतर कनेक्टिविटी और आसान लोन के कारण विदेश में पढ़ाई करना बहुत आसान हो गया है। छात्रों के लिए वीजा नियमों में भी काफी छूट दी गई है।

कैसे करें विदेश में पढ़ाई

छात्र अपनी योग्यता के आधार पर अच्छी स्कॉलरशिप प्राप्त करके विदेश में पढ़ाई करने का सपना पूरा कर सकते हैं। लेकिन सवाल ये है कि भारतीय छात्र विदेश जाकर पढ़ाई कैसे करें? इसके लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण परीक्षाएं पास करनी होंगी।

इन परीक्षाओं को करना होगा पास

विदेशों में पढ़ाई करने के लिए इंग्लिश सबसे महत्वपूर्ण विषय है। इसलिए आपको लैंग्वेज टेस्ट पास करना जरूरी है। विदेश में GRE, GMAT, SAT, ACT, TOEFL और IELTS स्कोर की डिमांड की जाती हैं।

आईईएलटीएस और टीओईएफएल एग्जाम

आईईएलटीएस और टीओईएफएल एग्जाम आपको अंग्रेजी भाषा के लिए सर्टिफाइड होने में मदद करेंगी। विदेश में पढ़ाई के लिए ये टॉप इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट हैं जिन्हें आपको पास करना होगा।

इन देशों की लिए चाहिए एग्जाम

अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया समेत करीब 100 देशों के कॉलेजों में चयन के लिए टीओईएफएल परीक्षा देनी होती है। इसके अलावा, आईईएलटीएस स्कोर कई जगहों पर स्वीकार किया जाता है।

सैट और एसीटी परीक्षा

SAT परीक्षा अमेरिकी कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है। अमेरिका का कॉलेज बोर्ड इस परीक्षा का आयोजन करता है।

कितनी बार दें सकते हैं परीक्षा

SAT परीक्षा साल में 7 बार दी जाती है - जनवरी, मार्च, मई, जून, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में। कई अमेरिकी कॉलेजों को प्रवेश के लिए ACT परीक्षा की आवश्यकता होती है।

जी आर ई परीक्षा

यदि आप पोस्ट ग्रेजुएशन लेवल पर विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं, तो आपको जीआरई परीक्षा देनी पड़ सकती है। यह विदेशी विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए एक मान्यता प्राप्त एंट्रेंस एग्जाम है।

जीमैट परीक्षा

एमबीए सहित कई ट्रेनिंग के लिए जीमैट परीक्षा की आवश्यकता हो सकती है। अगर आप विदेश से एमबीए करना चाहते हैं तो आपको जीमैट परीक्षा पास करनी होगी। इसके बाद ही आप विदेशों के टॉप कॉलेजों में एडमिशन ले सकते हैं।

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