By Priyanka Pal09, Sep 2024 11:05 AMjagranjosh.com
जिन लोगों को चार ज्यादा लोगों के सामने बोलने में हिचकिचाहट होती है, इसका मतलब यह नहीं कि वह बोलने में माहिर नहीं होता। बल्कि वह घबराहट के कारण बोल नहीम पाते। आज जानिए अपनी बोलने की कला को विकसित करने के 7 तरीकों के बारे में।
आत्मविश्वास
किसी भी काम को करने की पहली शर्त आत्मविश्वास को बढ़ाने की होती है। चार लोगों के सामने बोलने का ढंग आपकी बॉडी लैंग्वेज से झलकता है। अपने खड़े होने और बोलने के तरीके को अच्छा बनाएं।
प्रैक्टिस
ऐसा अक्सर कहा जाता है, अभ्यास से परिपूर्णता आती है। जितना ज्यादा आप अकेले रहकर प्रैक्टिस करेंगे उतने ही आप खुद से बेहतर बनते जाएंगे।
सकारात्मक सोच
जब आप मंच पर हों, तो हमेशा सकारात्मक सोचें। यह सोचें कि आप अच्छा करेंगे। नकारात्मक विचारों को दूर रखें और खुद पर भरोसा रखें कि आप अपनी बात अच्छे से पेश कर सकते हैं।
प्लेनिंग
किसी स्पीच को बोलने से पहले अच्छी तैयारी करना बहुत जरूरी है। आप जो बोलने जा रहे हैं, उसके प्वाइंट नोट डाउन करें।
ऑडियंस को समझना
अपनी ऑडियंस को समझना बहुत जरूरी है। उनके स्तर और उनकी रुचि के अनुसार स्पीच तैयार करें। अगर आप जानते हैं कि आप किससे बात कर रहे हैं, तो आपकी बातें उन्हें अधिक प्रभावित करेंगी।
आपकी आवाज
पब्लिक स्पीकिंग में आपकी बॉडी लैंग्वेज और आवाज बहुत जरूरी होती है। अपने हाथों, चेहरे के हावभाव और आवाज के उतार-चढ़ाव का सही इस्तेमाल करें। इससे आपकी स्पीच ज्यादा प्रभावी रहेगी।
मोटिवेट रहें
अच्छे स्पीकर्स से प्रेरणा लें, उनकी भाषण देने की शैली को देखें और सीखें। आप टेड टॉक्स और अन्य विडियों के जरिए खुद को मोटिवेट रख सकते हैं।
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