By Prakhar Pandey17, Feb 2023 01:39 PMjagranjosh.com
साइंस
साइंस का हमारे जीवन में काफी योगदान हैं, जिसे हवा से पानी बनाना लोग एक जमाने में किसी जादू से कम नहीं समझते थे। वो अब मुमकिन हैं। आइये जानते है कैसे?
भारतीय रेलवे
भारतीय रेलवे अब स्टेशनों पर ऐसी मशीन लगाने वाली है जो हवा से पानी बनाने का काम करती हैं।
तकनीक
इस तकनीक का नाम एटमोस्फेरिक वॉटर जनरेटर या वातावरणीय जल उत्पादन यानी है।
वर्किंग प्रोसेस
इस तकनीक से हवा की नमी को पेयजल में बदला जाएगा। इस तकनीक को वाटरजेन नामक एक इजरायली कंपनी ने लगाया हैं।
ड्रिंकिंग वाटर
पीने के पानी को बनाने के प्रोसेस में पहले दो फिल्टरों के माध्यम से हवा को शुद्ध किया जाता हैं। फिर एक्सचेंज में क्लीन एयर को भेजा जाता है जो नमी को पानी में परिवर्तित कर देता हैं।
शानदार आविष्कार
यह आविष्कार आज से कई सालों पहले हुआ था। हवा से पानी बनाने का विकल्प हर मामले में बेहतर माना जा रहा हैं।
पानी के अन्य सोर्स
समुद्र से पानी को निकालकर फिल्टर करके उसे खारे से मीठा बनाने में जितना खर्चा आएगा, उससे कम में ये तकनीक हवा से पानी बनाकर देगी।
आम लोगों के लिए
पेयजल के संकट के चलते अब इन मशीनों को आम लोगों के लिए भी उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही हैं। कॉरपोरेट्स या लद्दाख समेत उन इलाकों में इन मशीनों का पहले से उपयोग किया जा रहा है जहां पेयजल की समस्या हैं
जल शक्ति मिशन
भारत में पेयजल के संकट को देखते हुए जल शक्ति मिशन के जरिए लोगों को पीने का पानी उपलब्ध कराने का मिशन जारी हैं।