By Mahima Sharan01, Oct 2023 04:00 PMjagranjosh.com
हाई प्रेशर
आज-कल की भाग-दौड़ और हाई वर्क प्रेशर जॉब के कारण कई सारे कर्मचारियों को मेंटल हेल्थ से गुजरना पड़ रहा है, यह समस्या हमारे मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
काम पर प्रभाव
लेकिन इसका असर सिर्फ हमारे स्वास्थ्य पर नहीं बल्कि हमारे काम पर पड़ने लगता है जिसका बाद प्रोडक्टिविटी अपने आप कम होने लगती है और हम अधिक प्रेशर में आ जाते हैं।
बॉस से बात
ऐसे में यह बेहद ही जरूरी है कि हम अपने बॉस से स्पष्ट रूप में बातें करें और अपने समस्या का हल निकाले, यहां उसी को लेकर कुछ टिप्स दिए गए है।
स्पष्ट और प्रत्यक्ष रहें
अपनी मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों को ठीक वैसे ही समझाएं जैसे वे हैं। यह खुलापन आपके बॉस को आपकी भावनाओं को स्पष्ट रूप से समझने में मदद करेगी।
इसे एक सतत वार्तालाप बनाएं
कार्यस्थल पर अपने बॉस और सहकर्मियों के साथ अपने मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बात करना सामान्य बनाएं। जब यह एक सतत बातचीत होती है, तो यह उतनी तनावपूर्ण या असुविधाजनक नहीं होती है।
अपनी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों पर चर्चा करें
आपको अपने व्यक्तिगत जीवन में सब कुछ प्रकट करने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन यह समझना उपयोगी है कि घर पर आपका मानसिक स्वास्थ्य काम पर आपकी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को कैसे प्रभावित करता है।
तैयार होकर आएं और अपने संसाधनों को जानें
अपने बॉस से बात करने से पहले, आप अपने उपलब्ध संसाधनों को समझना चाहेंगे। हो सकता है कि आपकी कंपनी में कर्मचारी सहायता कार्यक्रम (ईएपी) और कंपनी की संस्कृति हो जो भलाई को प्राथमिकता देती है।
खुलकर कहना
आप जो कहना चाहते हैं उसे लिखकर और समय से पहले उसका अभ्यास करके अपनी बातचीत को स्पष्ट और संक्षिप्त बनाएं
फ्यूचर प्लानिंग बताएं
हर उस व्यक्ति से बात करें जिसे जानने की आवश्यकता है, जैसे कि आपका बॉस और आपका मानव संसाधन विभाग आप कैसे आगे बढ़ना चाहते हैं, इसके लिए उचित समायोजन या सुझावों के साथ तैयार रहें।
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