By Priyanka Pal14, Feb 2025 05:24 PMjagranjosh.com
बोर्ड एग्जाम में आंसर लिखने की परेशानी काफी स्टूडेंट को होती है। कई बार आंसर आने के बाद भी स्टूडेंट को समझ नहीं आता की कितने मार्क्स वाले क्वेश्चन का आंसर कितनी लिखना चाहिए।
आंसर की शुरूआत
5 मार्क्स के क्वेश्चन लॉन्ग आंसर वाला ही होता है, तो ऐसे में आप अपना आंसर पाठ का नाम देकर और फिर एक लाइन का गैप देकर लिखना शुरू कर सकते हैं।
अंतर वाले प्रश्न
जिन सवालों के जवाब अंतर में मांगे जाते हैं तो आप इसके लिए कोशिश करें कि टेबल बनाकर आप आंसर दें। इससे टीचर को चेक करने में और आपके आंसर देने के तरीके के बारे में पता चलता है।
पेपर चेक करें
अगर संभव हो तो सभी प्रश्नों के आंसर लिखने के बाद अपने पेपर को ध्यान से चेक जरूर कर लें। ताकि आपका एक भी सवाल ना छूटे।
सेक्शन वाइज करें अटेम्प्ट
अगर आप पहले लॉन्ग आंसर लिख रहे हैं तो पहले सभी लॉन्ग आंसर को कर लें। इससे आपको और टीचर दोनों को पेपर ढंग से समझने में आसानी होती है।
आंसर को काटने से बचें
कोशिश करें कि पेपर में ज्यादा काटपीट ना हो। अगर आपको कोई आंसर या वाक्य गलत लगे तो उसपर पेन से एक कट लगा दें। इससे कॉपी सुंदर दिखती है।
हाइलाइट
सबसे जरूर बात जो प्वाइंट को लिखना शुरू कर रहे उससे पहले उसे हाइलाइट करते चलें। इससे टीचर्स को आपके आंसर को समझने में आसानी होती है।
बड़ा प्वाइंट
आपसे जो सवाल में पूछा जाए उसी का आंसर होना चाहिए। कहानी की तरह आंसर से भटकने की बजाए आपका हर प्वाइंट बड़ा होना चाहिए।
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