बच्चों को कमजोर बनाती हैं ये 10 आदतें, ऐसे करें सुधार


By Mahima Sharan13, Jun 2024 06:59 PMjagranjosh.com

बच्चों की आदतें

कोई भी बच्चा जन्म से तेज या कमजोर नहीं होता है। हमारी कुछ आदतें ही हमें कमजोर या बुद्धिमान बनाती है। कुछ आदतों को सुधारकर आप अपने बच्चों के कमजोरी को ताकत में बदल सकते हैं। आइए जानते हैं क्या है वो आदतें

पढ़ने का तरीका

सभी बच्चों का पढ़ाई का अपना तरीका होता है। लेकिन सिर्फ पढ़ने से कुछ नहीं होता, सही तरीके से पढ़ना जरूरी है। इसलिए जब भी आप पढ़ाई करें खुद को डिस्ट्रेक्शन वाली चीजों से दूर रखें। पढ़ाई के दौरान मन भटकना आपको अपने लक्ष्य से भटका सकता है।

पढ़ने में असमर्थ

कुछ बच्चों को पढ़ने में बहुत कठिनाई होती है। वे शब्दों को सही से पढ़ या लिख नहीं पाते साथ ही उनका व्याकरण भी कमजोर होता है। ऐसे में बच्चों को अपने उच्चारण, व्याकरण और गलतियों को सुधारने की जरूरत है।

खराब राइटिंग स्किल

कुछ बच्चों का कहना होता है कि उनका एग्जाम अच्छा गया था, लेकिन नंबर अच्छे नहीं मिले। ज्यादातर ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बच्चे एग्जाम में सही ढंग से लिख नहीं पाते और एग्जाम चेक करने वाले को उनकी लिखावट समझने में परेशानी होती है। इसलिए बच्चों के ग्रामर को सही करना बेहद ही जरूरी है।

खराब आत्मविश्वास

बच्चों का आत्मविश्वास उन्हें आगे बढ़ने से रोकता है। कई बार ऐसा होता है कि कक्षा में बार-बार डांट खाने के बाद बच्चों का आत्मविश्वास कमजोर पड़ता है। बच्चों का यही कमजोर आत्मविश्वास उन्हें आगे बढ़ने से रोकता है।

नोट्स मैनेज न करना

ज्यादातर बच्चों को एग्जाम के समय जो सामान्य समस्या होती है वो है नोट्स न होना। कॉपी पूरी न होने के कारण बच्चे एग्जाम की तैयारी में चुक जाते हैं, इसलिए ध्यान रखें कि बच्चों कि नोट्स पूरी हो।

नजरे मिलाने से बचना

 कमजोर बच्चे स्कूल में टीचर से और घर पर पेरेंट्स से नजरे मिलाने से कतराते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें डर होता है कि कोई उसके सवाल न करें। बच्चों को अपने शारीरिक मुद्रा पर ध्यान देने की जरूरत है।

मन की बात खुलकर न करना

बच्चों के लिए अपने मन की बात को खुलकर बोलना बेहद ही जरूरी है। क्योंकि जब-तक बच्चे अपनी बात खुलकर नहीं कहेंगे तब-तक वे अपनी कमजोरियों को सुधार नहीं पाएंगे। इसलिए बच्चों से खुलकर बात करें।

काम को टालना

समय बहुत मूल्यवान है आज का बीता हुआ कल दोबारा वापस नहीं आएगा। इसलिए काम को टालना बच्चों के लिए तनाव का कारण बन सकता है। इसलिए ध्यान दे कि बच्चा अपनी कार्यों को समय पर पूरा कर सके।

सवाल न पूछना

कम आत्मविश्वास और हिचकिचाहट के कारण बच्चे अपनी डाउट क्लियर नहीं करते और यहीं उनकी सबसे बड़ी गलती है। बेस मजबूत करने के लिए डाउट्स का क्लियर होना बेहद ही जरूरी है।

ये आदतें कमजोर बच्चों को बुद्धिमान बना सकती हैं। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ 

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