शतरंज में माहिर वंतिका अग्रवाल का एजुकेशन और करियर जानें
By Priyanka Pal25, Nov 2024 11:00 AMjagranjosh.com
वंतिका अग्रवाल
वंतिका अग्रवाल भारतीय महिला शतरंज टीम की टॉप सितारों में से एक थीं, जिन्होंने हाल ही में शतरंज ओलंपियाड में गोल्ड मेडल जीता था। आगे जानिए आखिर कैसे बढ़ाई थी शतरंज में रुचि -
चेस प्लेयर
14 साल की उम्र में महिला अंतर्राष्ट्रीय मास्टर, 17 साल की उम्र में वंतिका अग्रवाल ने गोल्ड मेडल जीता।
चेस खेलना
वंतिका और उनके बड़े भाई ने स्कूल के दिनों से ही चेस खेलना शुरू किया फिर वंतिका की रुचि इसमें रुचि बढ़ने लगी।
एडमिशन
छह महीने तक कोशिश करने के बाद आखिरकार वंतिका का एकेडमी में एडमिशन लिया। ट्रेनिंग शुरू होने से पहले ही उन्होंने जूनियर लेवल पर मेडल जीतना शुरू कर दिया था।
करियर
इससे उनके परिवार का मनोबल बढ़ा और वंतिका को इस खेल में करियर बनाने के लिए परिवार से प्रोत्साहन मिला।
पढ़ाई
वंतिका के लिए चेस करियर का एकमात्र विकल्प नहीं था। उन्होंने हमेशा से ही पढ़ाई पर भी पूरा ध्यान दिया। सिर्फ टूर्नामेंट के समय वह स्कूल नहीं जा पाती थीं।
पढ़ाई पर जोर
इसके अलावा उन्होंने हमेशा अपनी पढ़ाई पर जोर दिया, क्योंकि उनके माता-पिता का मानना था कि अगर वह चेस में कुछ खास नहीं हासिल कर पाती हैं तो सामान्य बच्चों की तरह पढ़ाई के जरिए उनके पास अपना करियर बनाने का मौका रहेगा।
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