वीर सावरकर के जीवन से जुड़ी वो बातें जो आप नहीं जानते
By Priyanka Pal28, May 2024 11:37 AMjagranjosh.com
वीर सावरकर
विनायक दामोदर सावरकर का जन्म 28 मई, 1883 को नासिक के भागपुर गांव में हुआ था। वह स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ, वकील, समाज सुधारक और हिंदुत्व के दर्शन के सूत्रधार थे।
शिक्षा
उन्होंने फर्ग्यूसन कॉलेज, पुणे, महाराष्ट्र से आर्ट्स में ग्रेजुएशन किया था। वे पेशे से वकील, राजनीतिज्ञ, लेखक और कार्यकर्ता थे। वह ऑनरेबल सोसाइटी ऑफ़ ग्रेज़ इन, लंदन में बैरिस्टर थे।
जेल यात्रा लंबी रही
अंग्रेजों ने उन्हें लगभग 50 साल तक जेल में रखा था। उन्हें सेलुलर जेल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में स्थानांतरित कर दिया।
मित्र मेला का आयोजन
वीर सावरकर जब छोटे थे, तो उन्होंने मित्र मेला नामक एक युवा समूह का आयोजन किया। वह लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल जैसे कट्टरपंथी राजनीतिक नेताओं से प्रेरित थे।
किताब से जगाई लोगों में प्रेरणा
वीर सावरकर ने 1857 के विद्रोह की तर्ज पर स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए गुरिल्ला युद्ध के बारे में सोचा। उन्होंने द हिस्ट्री ऑफ द वॉर ऑफ इंडियन इंडिपेंडेंस बुक के बारे में लिखा।
सजा
जब वीर सावरकर के खिलाफ फैसला आया तो उन्हें 50 साल की कैद की सजा सुनाई गई और वापस बंबई भेज दिया गया।
जेल में किए देश के लिए काम
अपने जेल समय के दौरान उन्होंने एक वैचारिक पुस्तिका लिखी, जिसे हिंदुत्व के नाम से जाना जाता है। उन्होंने जैन धर्म, बौद्ध धर्म, सिख धर्म और हिंदू धर्म जैसे कई धर्मों को एक ही बताया।
ऐसी ही जनरल नॉलेज, सरकारी नौकरियों, करियर टिप्स, मोटिवेशनल कोट्स और एजुकेशन से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh.com के साथ।