By Priyanka Pal20, Jun 2024 12:19 PMjagranjosh.com
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में बिहार के राजगीर में नालंदा यूनिवर्सिटी का उद्घाटन किया है। 450 एकड़ में फैला परिसर को ग्रीन कैंपस के रूप में डिजाइन किया गया है।
नालंदा यूनिवर्सिटी
इस कैंपस में लगभग 1900 स्टूडेंट बैठकर पढ़ाई कर सकते हैं। आगे जानिए नालंदा यूनिवर्सिटी से जुड़ी अनोखी बातें
स्थापना
नालंदा यूनिवर्सिटी की स्थापना 5वीं शताब्दी में की गई थी। जिसे विभिन्न विषयों के लिए जाना जाता था और पूरे एशिया के लोगों का आकर्षण का केंद्र हुआ करता था।
शिक्षक
नालंदा विश्व का पहला ऐसा विश्वविद्यालय था, जिसमें 10, 000 से ज्यादा स्टूडेंट और 2,000 तक शिक्षक हुआ करते थे।
विषय
यहां दूर से दूर छात्र बौद्ध अध्ययन, खगोल विज्ञान, चिकित्सा, गणित और तर्कशास्त्र जैसे विषयों को पढ़ने आते थे।
विश्व धरोहर
इस ऐतिहासिक विश्वविद्यालय को यूनेस्को ने साल 2016 में विश्व धरोहर का दर्जा दिया था। जो कि इसके विशाल सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व पर जोर देता है।
प्रस्ताव
साल 2006 में पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे अब्दुल कलाम ने यूनिवर्सिटी के पुनरुद्धार का प्रस्ताव रखा था। जिसे साल 2010 के बाद संचालन के लिए कानूनी ढांचा प्रदान किया गया।
प्राचीन ज्ञान
नया परिसर इस प्राचीन विश्वविद्यालय के पुनरुद्धार का प्रतिनिधित्व करता है, जो प्राचीन ज्ञान को आधुनिक ज्ञान के साथ जोड़ता है।
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