Ankita Sharma: एक ऐसी IPS Officer जिसने नक्सली को चखाया धूल


By Mahima Sharan11, Nov 2024 05:33 PMjagranjosh.com

यूपीएससी परीक्षा

यूपीएससी परीक्षा एक ऐसा विशाल सागर है, जिसमें कुछ ही लोग गोता लगाकर बाहर निकल पाते हैं। इन असाधारण उपलब्धि हासिल करने वालों में दुर्ग, छत्तीसगढ़ की एक आईपीएस अधिकारी अंकिता शर्मा भी शामिल हैं।

आईपीएस अंकिता शर्मा

नक्सलियों से कई चुनौतियों और खतरों का सामना करने के बावजूद, अंकिता का आईपीएस अधिकारी बनने का सफर किसी प्रेरणा से कम नहीं है। उनके दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत और सार्वजनिक सेवा के प्रति प्रतिबद्धता ने उन्हें सभी बाधाओं को पार करने और भारतीय पुलिस सेवा में अपने लिए एक जगह बनाने के लिए प्रेरित किया।

शुरुआती दिन और आकांक्षाएं

दुर्ग की रहने वाली अंकिता शर्मा बचपन से ही एक मेधावी छात्रा थीं। सरकारी स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई की और बाद में एमबीए की डिग्री हासिल की। हालांकि, उनका दिल सिविल सेवाओं पर लगा हुआ था, जिसने उन्हें यूपीएससी की तैयारी के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया।

यूपीएससी यात्रा की तैयारी

अंकिता शर्मा की यूपीएससी यात्रा दिल्ली में छह महीने की तैयारी के साथ शुरू हुई। हालांकि वह अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए घर लौट आईं, लेकिन वह दृढ़ निश्चयी रहीं और अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित किया। तीन प्रयासों के बाद, उनकी कड़ी मेहनत रंग लाई और 2018 में यूपीएससी परीक्षा में 203वीं रैंक हासिल कर आईपीएस अधिकारी का पद हासिल किया।

नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कार्यभार संभालना

अंकिता शर्मा की सफलता की कहानी ने एक बड़ा मोड़ लिया क्योंकि वह छत्तीसगढ़ के संघर्षग्रस्त क्षेत्र में नक्सल अभियानों को संभालने वाली पहली महिला आईपीएस अधिकारी बन गईं। मई 2022 में, उन्हें कांकेर में पुलिस अधीक्षक (एसपी) के रूप में नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने नक्सल गतिविधियों की देखरेख में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

किरण बेदी से मिली प्रेरणाएं

अंकिता शर्मा भारत की पहली महिला आईपीएस अधिकारी, प्रतिष्ठित किरण बेदी से प्रेरणा लेती हैं। यूपीएससी की तैयारी के बारे में बहुत कम जानकारी होने के बावजूद, अंकिता के दृढ़ संकल्प और भारतीय सेना के अपने पति मेजर विवेकानंद शुक्ला के अटूट समर्थन ने उनकी सफलता की यात्रा को गति दी।

दृढ़ निश्चय

अंकिता शर्मा का IPS अधिकारी बनने का सफ़र पूरे देश में अनगिनत उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी सार्वजनिक सेवा के प्रति उनकी अटूट विश्वास, राष्ट्र के कल्याण के प्रति उनके समर्पण को दर्शाती है।

हम सभी को अंकिता शर्मा के जीवन से कुछ सीख लेनी चाहिए। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ

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