क्यों मनाया जाता है नेशनल रीडिंग डे? जानें किताब पढ़ने के फायदे


By Mahima Sharan19, Jun 2024 03:45 PMjagranjosh.com

नेशनल रीडिंग डे

लाइब्रेरी आंदोलन के जनक कहे जाने वाले पुथुवयिल नारायण पणिक्कर के सम्मान में हर साल 19 जून को नेशनल रीडिंग डे मनाया जाता है। कहते हैं किताबें हमारी दोस्त होती हैं।  

किताब का महत्व

हर किसी तक किताबें पहुंचाने और उनकी उपलब्धता बढ़ाने के लिए पुथुवयिल नारायण पणिक्कर ने अपना जीवन ग्रामीण इलाकों में पुस्तकालयों के निर्माण में समर्पित कर दिया।

ट्रावंको लाइब्रेरी एसोसिएशन

साल 1945 में पी. एन. नारायण ने ट्रावंको लाइब्रेरी एसोसिएशन की स्थापना की। इसके बाद 19 जून, 1995 को उनका निधन हो गया। साल 1996 से पी. एन. नारायण के सम्मान में राष्ट्रीय वाचन दिवस मनाया जाने लगा।

कम्युनिकेशन स्किल

रोजाना किताब पढ़ने से कम्युनिकेशन स्किल में सुधार होता है। साथ ही आपको नए शब्दों को बारे में जानकारी भी मिलती हैं।

इमेजिनेशन पावर

किताबें पढ़ने से आपकी इमेजिनेशन पावर बढ़ती हैं। आप चीजों को और बेहतर तरीके से समझ पाते हैं।

ज्ञान बढ़ता है

किताबें आपको नई चीजों के बारे में अवगत कराती हैं। इससे आपकी थिंकिंग स्किल में सुधार होता है।

हर बच्चे में किताब पढ़ने की आदत होनी चाहिए। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ

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