By Priyanka Pal26, Feb 2024 12:12 PMjagranjosh.com
वीर सावरकर
हिंदुत्व विचारधारा के अग्रणी समर्थक वी डी सावरकर का जन्म 28 मई 1883 में महाराष्ट्र के एक छोटे से गांंव में हुआ था। देश की क्रांति में वीर सावरकर ने बढ़- चढ़कर हिस्सा लिया था।
कौन थे वीर सावरकर?
वे एक समाज सुधारक, लेखक, वकील और एक राजनेता थे। ब्रिटिशों द्वारा भारत के लोगों में भरी हीन भावना को भगाने का काम जिन स्वतंत्रता सेनानियों ने किया उनमें वीर सावरकर का भी नाम लिया जाता है। उन्होंने स्वदेशी आंदोलन में हिस्सा लिया।
पढ़ाई छोड़ आंदोलन में लिया हिस्सा
वीर सावरकर जब बीए की तैयारी कर रहे थे तभी स्वदेशी आंदोलन की शुरूआत हुई। वे गरम दल में शामिल हुए जहां उन्होंने आजादी की मांग रखी। आंदोलन में अंग्रेजी वस्तुओं का बहिष्कार किया गया, और इनसे जो भी उस दौरान मिला वह उन्हें आइडल मानने लगता था।
अभिनव भारत
इसकी स्थापना वीर सावरकर ने सन् 1904 में की थी। जिसमें उन्होंने लोगों की चेतना को जगाने का काम किया। इसी दौरान उन्होंने अपनी बीए की डिग्री ली जिसके बाद लंदन चले गए।
लॉ डिग्री
वीर सावरकर अपनी बीए की डिग्री लेने के बाद लंदन में कानून की पढ़ाई के लिए गए। वहां जाकर भी उन्होंने फ्री इंडिया नाम की सोसाएटी बनाई। लंदन में जाकर उन्होंने भारतीय इतिहास से जुड़ी सभी किताबों का अध्ययन किया।
गिरफ्तार
साल 1909 में सावरकर को मोर्ले- मिंटो सुधार के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह की योजना बनाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। 1911 में उन्हें 50 साल के लिए अंडमान की सेलुलर जेल काला पानी में सजा सुनाई गई।
रिहाई
5 साल तक राजनीति में भाग न लेने की कड़ी शर्तों के तहत उन्हें 1924 में जेल से रिहा कर दिया गया। ब्रिटिश सरकार ने उनके कामों पर प्रतिबंध लगाए।
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