भीम राव अम्बेडकर की ये 7 किताबें आपको करेंगी मोटिवेट


By Priyanka Pal06, Dec 2024 10:57 AMjagranjosh.com

भीम राव अम्बेडकर को दुनिया भर में अपनी किताबों और डिग्रियों के लिए जाना जाता है। आज जानिए उनके द्वारा लिखी गई महत्वपूर्ण किताबों के बारे में जिन्हें आपको पढ़कर मिलेगी प्रेरणा।

भारत में जातिप्रथा

भीम राव अम्बेडकर ने अपनी इस किताब में भारतीय जाति, उनकी परंपरा का वर्णन किया है। इसमें आप बाबासाहेब की दृष्टि से भारत के परिदृश्य के बारे में समझ पाएंगे।

मूक नायक

बीआर अंबेडकर द्वारा इसकी रचना 1920 में की गई थी। वैसे तो ये मराठी पाक्षिक-अखबार था। जिसका उद्देश्य समाज के दर्द और विद्रोह को उजागर करना था।

बहिष्कृत भारत

बहिष्कृत भारत समाचार पत्र की स्थापना बी आर अंबेडकर ने की थी। यह समाचार पत्र 1927 में प्रकाशित हुआ था। यह मराठी भाषा का समाचार पत्र था।

Who were the Shudras

भारतीय समाज सुधारक और बहुश्रुत बीआर अंबेडकर द्वारा 1948 में प्रकाशित यह एक एतिहासिक किताब है। पुस्तक में अंबेडकर ने ऋग्वेद , महाभारत और अन्य प्राचीन वैदिक ग्रंथों का हवाला देते हुए अनुमान लगाया है कि शूद्र मूलतः आर्य थे ।

बुद्ध या कार्लमार्क्स

कार्ल मार्क्स और बुद्ध के बीच तुलना को मज़ाक माना जा सकता है। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है। मार्क्स और बुद्ध के बीच 2381 साल का अंतर है। बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व में हुआ था और कार्ल मार्क्स का जन्म 1818 ई. में हुआ था।

बुद्ध और उनका धम्म

1957 में प्रकाशित इस किताब में आपको बौद्ध धम्म में दिलचस्पी, भगवान बुद्ध के चरित्र और उनकी शिक्षाओं के संबंध में बातें की गई हैं।

हिंदू धर्म में पहेलियां

भीम राव अम्बेडकर के अनुसार अगर आप हिंदू धर्म के बारे में जानना चाहते हैं और उनके विचारों को समझना चाहते हैं। तो इस किताब को पढ़कर आप उनके बारे में अधिक जान सकते हैं।

ऐसी ही जनरल नॉलेज, सरकारी नौकरियों, करियर टिप्स, मोटिवेशनल कोट्स और एजुकेशन से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh.com के साथ।

बालों की लंबाई-चौड़ाई और रंग से पता चलेगा पर्सनैलिटी के राज