व्यक्ति की बुरी आदतें उसे बर्बाद कर देती हैं - महाकवि कालिदास
By Priyanka Pal07, Aug 2024 06:00 AMjagranjosh.com
महाकवि कालिदास
विक्रमादित्य के नौ रत्नों में से एक थे महाकवि कालिदास। जिन्हें प्रारंभिक जीवन में अनपढ़ बताया गया है, विवाह के बाद ही कालिदास संस्कृत भाषा के महान कवि और नाटककार बने।
सुख
महाकवि कालिदास कहते हैं कि दुखों के पश्चात जो सुख आता है, वह सामान्य सुख से अधिक सुखमय होता है।
खोज
कालिदास के सबसे सुंदर विचारों में से एक जब वह कहते हैं कि विश्व महापुरुष को खोजता है, महापुरुष विश्व को नहीं खोजता।
अच्छे लोग
संत महात्मा और अच्छे लोग बिना कहे ही दूसरों का भला करते हैं, जिस प्रकार सूर्य घर - घर मैं एक समान प्रकाश करता है।
संस्कार
दान - पुण्य केवल परलोक में सुख देता है, लेकिन संस्कारी संतान इसी जन्म में सुख देती है, इसीलिए संतान को अच्छे संस्कार देना चाहिए।
बुरी आदतें
नाव में अगर छेद हो जाए तो वह नाम डूबो देता है। ठीक इसी तरह व्यक्ति को बुरी आदतें उसे बर्बाद कर देती हैं।
दुख - सुख
दुख और सुख किसी के भी जीवन में हमेशा नहीं रहते हैं। ये तो किसी पहिए की तरह कभी ऊपर और कभी नीचे होते रहते हैं।
धैर्यवान व्यक्ति
मन को विचलित करने वाली कितनी भी परेशानियां क्यों न हों, लेकिन एक धैर्यवान व्यक्ति हर बुरी परिस्थिति से बाहर निकल सकता है।
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