ट्रेन के डिब्बों के अलग-अलग रंग का क्या मतलब है?


By Mahima Sharan27, Sep 2024 11:29 AMjagranjosh.com

ट्रेन के डिब्बों के रंग

अगर आपने अपनी रेल यात्रा के दौरान ट्रेन के डिब्बों के रंग पर ध्यान दिया होगा, तो आपने देखा होगा कि ट्रेनों में अलग-अलग रंगों के डिब्बे होते हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि ट्रेन के डिब्बों के अलग-अलग रंगों के पीछे कई कारण होते हैं।

डिब्बों के रंग और डिजाइन का मतलब

ट्रेन के डिब्बों के रंग और डिजाइन का भी अलग-अलग मतलब होता है। दरअसल, डिब्बों का रंग और डिजाइन ट्रेनों की खासियत के हिसाब से तय किया जाता है। साथ ही, आप किसी ट्रेन के डिब्बों को देखकर उसकी स्पीड का अंदाजा भी लगा सकते हैं।

ट्रेन की स्पीड का अंदाजा

रेलवे ट्रेनों में कई अलग-अलग रंगों के डिब्बे भी लगाता है। इससे यात्रियों को ट्रेनों की पहचान करने में काफी आसानी होती है। आइए जानते हैं कि रेलवे में डिब्बों के अलग-अलग रंगों का क्या मतलब होता है और आप इससे ट्रेन की स्पीड का अंदाजा कैसे लगा सकते हैं।

शताब्दी और राजधानी में होते हैं लाल रंग के डिब्बे

भारतीय रेलवे की शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों में ज्यादातर लाल रंग के डिब्बे होते हैं। एल्युमिनियम से बने होने के कारण ये डिब्बे दूसरे डिब्बों की तुलना में काफी हल्के होते हैं। यही वजह है कि इन डिब्बों का इस्तेमाल हाई स्पीड ट्रेनों में किया जाता है।

एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों में नीले रंग के कोच

आपने देखा होगा कि भारतीय रेलवे की अधिकतर ट्रेनों में नीले रंग के कोच होते हैं। दरअसल, इन कोच को इंटीग्रल कोच कहा जाता है। इन कोच का इस्तेमाल एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों में किया जाता है। ये लोहे के बने होते हैं, इसलिए इनका वजन अधिक होता है।

गरीब रथ ट्रेनों में हरे और भूरे रंग के कोच

छोटी लाइनों पर चलने वाली मीटर गेज ट्रेनों में भूरे रंग के कोच का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, गरीब रथ ट्रेनों में हरे रंग के कोच का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है। कई बार इन पर अलग-अलग तरह की पेंटिंग भी की जाती है, जिससे कोच और भी आकर्षक लगता है।

अब समझें अलग रंग के डिब्बों का मतलब? शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ

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