MIT से पढ़ें हैं शार्क टैंक इंडिया के नए जज श्रीकांत बोल्ला


By Mahima Sharan19, Mar 2025 11:59 AMjagranjosh.com

श्रीकांत बोला

बोलैंट इंडस्ट्रीज के संस्थापक और अध्यक्ष श्रीकांत बोला शार्क टैंक इंडिया सीजन 4 में शामिल होने के लिए तैयार हैं। जन्म से ही दृष्टिहीन होने के बावजूद, उन्होंने शैक्षणिक रूप से अच्छा प्रदर्शन किया, एमआईटी में पढ़ें और विकलांग व्यक्तियों को सशक्त बनाने के लिए एक सफल बिजनेस बनाया।

श्रीकांत बोला की शैक्षणिक योग्यता

एमआईटी ग्रेजुएट से शार्क टैंक जज तक श्रीकांत बोला एक प्रमुख भारतीय बिजनेसमैन हैं, जो वर्तमान में बोलैंट इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ, सह-संस्थापक और अध्यक्ष के रूप में काम कर रहे हैं। कई लोग बॉलीवुड बायोपिक श्रीकांत से उनका नाम पहचान सकते हैं, जिसमें राजकुमार राव ने उनकी प्रेरक यात्रा को जीवंत किया था।

जन्म से ही थे दृष्टिहीन

7 जुलाई, 1991 को सीतारामपुरम, मछलीपट्टनम, आंध्र प्रदेश में जन्मे श्रीकांत जन्म से ही दृष्टिहीन थे। शिक्षा प्राप्त करने में अपार चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, उन्होंने कभी अपनी विकलांगता को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया।

शैक्षणिक यात्रा

उनकी शैक्षणिक यात्रा 1998 में डेनवर स्कूल फॉर द ब्लाइंड से शुरू हुई, जहां उन्होंने 2007 में अपनी माध्यमिक स्कूली शिक्षा पूरी की। उन्होंने रॉयल जूनियर कॉलेज में मैथ, फिजिक्स, केमिस्ट्री की पढ़ाई की और कक्षा 12 की परीक्षा में 98% अंक प्राप्त किए।

खेल में भी थे बेस्ट

वे आंध्र प्रदेश राज्य दृष्टिहीन क्रिकेट टीम के मेंबर थे और उन्होंने कई क्षेत्रीय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर के शतरंज और क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग लिया, जिसमें उन्होंने कई पुरस्कार जीते। इन खेलों के प्रति उनका जुनून उनके स्कूली जीवन के दौरान भी बना रहा।

विरासत का निर्माण

श्रीकांत की खोज उन्हें सीमाओं के पार ले गई। अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए वे मैसाचुसेट्स, कैम्ब्रिज में प्रतिष्ठित एमआईटी स्लोन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में चले गए। फरवरी 2009 से मई 2013 तक, उन्होंने एमआईटी के सिन्हा लैब फॉर डेवलपमेंट रिसर्च में ग्रेजुएशन रिसर्ट असिस्टेंट के रूप में काम किया और साथ ही विभिन्न संगठनों में इंटर्नशिप भी की।

श्रीकांत बोला आज सभी युवाओं के लिए प्रेरणा के श्रोत है। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ

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