पढ़ते समय गाना सुनना सही या गलत? जानें


By Mahima Sharan29, May 2024 02:00 PMjagranjosh.com

म्यूजिक इफेक्ट

संगीत मूड को तरोताजा कर उसे बेहतर बनाने में मदद कर सकता है, लेकिन यह ध्यान रखना जरूरी है कि संगीत को हमेशा पढ़ाई के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। पढ़ाई हमेशा शांत जगह पर करनी चाहिए।

शांत वातावरण

पढ़ाई हमेशा शांत वातावरण में करनी चाहिए, इससे ध्यान नहीं भटकता और पढ़ी हुई चीजें जल्दी याद हो जाती हैं। आपने अक्सर घर के बड़े-बुजुर्गों और स्कूल के शिक्षकों को यह कहते हुए सुना होगा। यह बात काफी हद तक सही भी मानी जाती है।

बुरी आदत

पढ़ाते समय गाने सुनना एक बुरी आदत है। इससे याददाश्त पर दबाव पड़ सकता है। दरअसल, पढ़ाई और संगीत मिलकर टकराव पैदा करते हैं।

भटक सकता है मन

इससे पढ़ाई से मन भटक जाता है और टॉपिक भी याद नहीं रहता। संगीत सुनने से फोकस पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव पड़ सकते हैं। संगीत मूड को ताजा करता है लेकिन तेज़ संगीत से ध्यान भटकता है और प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है।

इंस्ट्रूमेंटल म्यूजिक

इंस्ट्रूमेंटल म्यूजिक ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाती। यदि छात्र पढ़ाई के दौरान इंस्ट्रूमेंटल म्यूजिक सुनते हैं, तो इससे तनाव कम हो सकता है और एकाग्रता बढ़ सकती है। यह बिना ध्यान भटकाए सतर्कता बढ़ाता है।

अनफैमिलियर म्यूजिक

अनफैमिलियर सॉग्स सुनने से मैथ और लैंग्वेज जैसे विषयों का अध्ययन करने में कठिनाई हो सकती है, जबकि फैमिलियर सॉंग चिंता को कम कर सकता है और प्रदर्शन में सुधार कर सकता है।

हौसले मजबूत करने वाले गाने

गाने सुनने से बचें, आप धीमा और इंस्ट्रूमेंटल सुन सकते हैं। कोशिश करें कि ऐसा संगीत ही सुनें जो भावना को मजबूत न करता हो।

जो लोग एकाग्रता चाहते हैं उन्हें संगीत नहीं सुनना चाहिए। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ

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