परीक्षा के दौरान बच्चों से न कहें ये 8 शब्द, दिमाग होगा खराब
By Priyanka Pal01, Mar 2024 06:00 AMjagranjosh.com
एग्जाम
हर माता - पिता चाहते हैं कि उनकी बातों से बच्चा खुश रहे और उसके प्रदर्शन पर असर पड़े, परंतु न चाहते हुए भी अक्सर ऐसी बातें मुंह से निकल जाएं। जिनसे बचा जाना चाहिए। इसकी जगह, हौसला और आत्मविश्वास बढ़ाकर तनाव को कम करने वाली बातें कहनी चाहिए।
शक्की शब्द कहने से बचें
जब भी आपका बच्चा तैयारी पूरी कर ले। उससे बार - बार पढ़ा हुआ सब याद है न, सोने के बाद भूल तो नहीं गए? ऐसे बच्चे का डाउट खुद पर डाउट होने लगता है, इसलिए ऐसे शब्दों को कहने से बचें।
भ्रम में न डालें
बच्चा जब भी अपनी तैयारी में लगा हो या उसके बाद जरा से ब्रेक ले। तो आप उसके दोस्तों का नाम लेकर यह कहने से बचें कि तुम्हारी दोस्त कह रही थी ये चैप्टर बहुत जरूरी है।
डराना
बच्चा जब भी अपनी तैयारी को पूरा कर ले और खुद पर सेल्फ डाउट करना बंद कर दे। तो माता - पिता यह कहने से बचें कि इसके मार्क्स से ही तुम्हरा भविष्य तय होगा।
धमकाना
बच्चे के पिछले मार्क्स के हिसाब से उसके बोर्ड एग्जाम की तैयारी को आंकना बंद करें। इससे उसे आपकी कही बातें चुभ सकती हैं। इसलिए माता - पिता उनसे अच्छे नंबर नहीं लाई तो स्कूल से नाम कटवा दूंगा ये शब्द कहने से बचें। ऐसे में बच्चा डिप्रेशन में भी जा सकता है।
एहसान जताना
बच्चा जब भी पढ़ाई के बाद रिलेक्स हो जाए। तो, आप उन्हें फिर से पढ़ने के लिए मजबूर न करें। इस समय ऐसे शब्द कहने से बिल्कुल बचें जैसे तुम्हें हम इतना पैसा खर्च करक पढ़ा रहे हैं।
धमकी देना
बच्चा जब भी पढ़ाई करने के बाद थोड़ा बाहर घूमने का मन बनाए। तो इस बार परिणाम अच्छे नहीं आए तो हॉस्टल भेज देंगे ऐसी धमकी देने से माता - पिता को बचना चाहिए।
प्रभावित होते हैं बच्चे
माता-पिता की कही हुई हर छोटी से छोटी बात भी एक बच्चे के मन पर काफी प्रभाव डालती है। यदि आप उससे सकारात्मक शब्द कहेंगे तो उसकी ऊर्जा दोगुनी हो जाएगी और वह निश्चिंत होकर परीक्षा देगा।
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