उर्जा से भर देंगे रवींद्रनाथ टैगोर के ये विचार


By Priyanka Pal07, May 2024 05:52 PMjagranjosh.com

रवींद्रनाथ टैगोर

विश्वविख्यात कवि, साहित्यिकार, दार्शनिक और नोवेल पुरुस्कार विजेता थे। उन्हें गुरूदेव के नाम से भी जाना जता है।

मित्रता

रवींद्रनाथ टैगोर का कहना था, कि मित्रता की गहराई परिचय की लंबाई पर निर्भर नहीं करती।

कठिन

रवींद्रनाथ टैगोर के अनुसार, उपदेश तो हर कोई दे सकता है बल्कि वे व्यक्ति भी दे सकता है जिसे उस विषय में समझ न हो। लेकिन समाधान बताना कठिन होता है।

कर्म

रवींद्रनाथ टैगोर का मानना था, कि अगर आप खड़े होकर सिर्फ पानी को देखोगे तो आप समुद्र कभी पार नहीं कर सकते।

दिमागी व्यक्ति

सिर्फ तर्क करने वाला का दिमाग एक ऐसे चाकू की तरह है, जिसमें सिर्फ ब्लेड है। यह इसका प्रयोग करने वाले को ही घायल कर देता है।

शिक्षा

रवींद्रनाथ टैगोर के अनुसार, किसी बच्चे की शिक्षा अपने ज्ञान तक सीमित मत रखिये क्योंकि वह किसी और समय में पैदा हुआ है।

सच

अगर आप सभी गलतियों के लिए दरवाजे बंद कर देंगे यानी सामने वाले की सुने बिना ही फैसला ले लेंगे। तो सच बाहर ही रह जाएगा।

खुद पर हंसना

अगर आप दूसरे क्या कहेंगे और उनकी बातों को लेकर परेशान रहेंगे। ऐसे में रवींद्रनाथ टैगोर कहते हैं कि जब मैं खुद पर हंसता हूं तो मेरे ऊपर से मेरा बोझ कम हो जाता है।

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