रावण के इन 5 गुणों ने उन्हें बनाया था महाज्ञानी


By Mahima Sharan10, Oct 2024 11:48 AMjagranjosh.com

रावण की पांच अच्छी आदतें

हर साल दशहरा के अवसर पर हम रावण के पुतले को जलाकर बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाते हैं। रावण को खलनायक के रूप में माना जाता है, लेकिन आज हम आपको रावण के 5 ऐसी आदतों के बारे में बताएंगे जिसे हर बच्चे को अपने जीवन में उतारना चाहिए-

तपस्वी और खोजी स्वभाव

रावण का स्वभाव तपस्या करने का था, क्योंकि वे अपने कार्यों को सिद्ध करने के लिए खुद को तपाता था। साथ ही उन में खोज की भावना थी, जो उन्हें ज्ञान अर्जित करने के लिए प्रोत्साहित करना था। उन्होंने सार ग्रंथों से महान ज्ञान हासिल किया।

ग्रहों की चाल नियंत्रित करना

रावण की जीवनी इस बात का सबूत है कि हमारा भाग्य हमारे हाथों में हैं। रावण में सभी ग्रहों को अपने अनुसार नियंत्रित किया था, ताकि उसके सारे काम सही से हो सके।

किसी को तुच्छ ना समझें

रावण ने मरते वक्त लक्ष्मण को यह सिखाया था कि कोई भी व्यक्ति या काम छोटा नहीं होता। अगर आप किसी काम को छोटा समझते हैं, तो बाद में आपको बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।

निडर होना

रावण का सबसे बड़ा गुण है उनका निडर स्वभाव। वह अपने जीवन में जो भी हासिल करना चाहते थे, उसके लिए बिना किसी झिझक के आगे बढ़ते थे।

शुभस्य कर्म शीघ्रम

रावण के अनुसार जो काम करना जरूरी है उसे करने में देरी नहीं करनी चाहिए क्योंकि जीवन का कोई भरोसा नहीं है कि कब अंत हो जाए।

रावण की ये आदतें बच्चों को बड़े मुकाम तक लेकर जाती हैं। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ

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