सद्गुरु से जानें टेंशन दूर करने के 10 तरीके


By Mahima Sharan26, Feb 2024 06:05 PMjagranjosh.com

सद्गुरु के टिप्स

परीक्षा के दौरान ज्यादातर बच्चे तनाव से ग्रस्ति होते हैं। अच्छे प्रदर्शन के लिए टेंशन फ्री होना बेहद ही जरूरी है। आज हम आपको सद्गुरु के कुछ ऐसी बातें बताएंगे जिसकी मदद से आप स्ट्रेस फ्री रह सकते हैं।

स्वयं को प्रबंधित करें

जिसे आप तनाव, भय या क्रोध के रूप में पहचानते हैं, वह आपके आस-पास की चीज़ों के कारण नहीं होता है, बल्कि आपकी अपनी क्षमताओं द्वारा आपसे निर्देश नहीं लेने के कारण होता है।

संदर्भ सही समझें

अगर किसी का जीवन खुशहाल है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह कुछ अलग कर रहा है। वह वही काम करता है जो आप सुबह उठने के बाद या रात को बिस्तर पर जाने से पहले करते हैं। आपके जीवन की गुणवत्ता इस बात पर निर्भर नहीं करती कि यह कितना सरल या जटिल है, यह आप कैसे देखते है उस पर निर्भर करता है।

सक्रिय रहें, लेकिन खुश रहें

लगातार सक्रिय रहने के लिए आपको महत्वाकांक्षी होने की जरूरत नहीं है यदि आप प्रसन्न हैं तो भी यह काम करता है। यदि आप जो कर रहे हैं उसमें कोई तनाव नहीं है, तो आप प्रतिदिन कितने भी घंटे सक्रिय रहने को तैयार रहेंगे।

अपने विचारों पर ध्यान दें

आपका दिमाग समाज का कूड़ेदान है। वहां से गुजरने वाला हर व्यक्ति आपके दिमाग में कुछ न कुछ ठूंस देता है। इसलिए सभी के बातों पर ध्यान न दें केवल उन्ही बातों को मन में बैठाए जिससे आपको ज्ञान हासिल हो।

रियलिटी की सराहना करें

जीवन आपकी रियलिटी का अधिकतम लाभ उठाने, इसे पूरी तरह से जानने और इसे वैसे ही अनुभव करने के बारे में है जैसे यह है। इसलिए सपनों की दुनिया में न रहे बल्कि जो सच है उसे स्वीकारिए और उसके साथ खुश रहना सीखें।

ख़ुशी का पीछा न करें

ख़ुशी की तलाश में मत रहे इसके बजाय, जानें कि इसकी सराहना कैसे करें और इसे कैसे व्यक्त करें। यदि आप पीछे मुड़कर देखेंगे तो पाएंगे कि आपके जीवन के सबसे खूबसूरत पल वे थे जिनमें आप अपनी खुशी व्यक्त कर रहे थे न की उनकी तलाश।

जो अंदर है उसे बदलें

आपके जीवन की गुणवत्ता इस बात पर निर्भर करता है कि आप अंदर से कितने शांतिपूर्ण और आनंदित हैं। चीजों को लेकर स्ट्रेस लेने से कुछ नहीं होता है, इसलिए उसके बारे में बार-बार मत सोचे यह सोचे की उसे कैसे सुधार सकते हैं।

दूसरों से तुलना करना छोड़ दें

अधिकांश लोग इस कारण दुखी नहीं होते कि उनके पास क्या नहीं है; ऐसा सिर्फ इसलिए है क्योंकि वे अपनी तुलना किसी और से कर रहे हैं। यह एक मूर्खतापूर्ण खेल है जीवन में अपने अनुभवों से, आप देख सकते हैं कि सच्ची भलाई भीतर से आती है।

अगर आप भी स्ट्रेस फ्री रहना चाहते हैं, तो ये सद्गुरु की ये बाते आपके लिए मददगार होंगी। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ 

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