By Gaurav Kumar14, Jul 2022 12:54 PMjagranjosh.com
क्या आप जानते हैं कि सिर्फ ताजमहल की ही नहीं,&प्राचीन शिवालयों की नगरी भी है आगरा
आगरा में मथुरा हाइवे स्थित प्राचीन कैलाश मंदिर स्थापित है। यमुना किनारे स्थापित इस शिवालाय में दो शिवलिंग हैं
इन जुड़वा शिवलिंग को महर्षि परशुराम और उनके पिता जमदग्नि कैलाश पर्वत से साथ लेकर आए थे
पृथ्वीनाथ महादेव मंदिरआगरा में शाहगंज रेलवे फाटक के पास पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर है। मान्यता है कि पृथ्वीराज चौहान इस क्षेत्र से आए थे तब उन्होंने इस मंदिर का निर्माण किया
पृथ्वीराज चौहान को वहां शिवलिंग मिला और उन्होनें पूजा-अर्चना शुरू कर दी और मंदिर का निर्माण कराया। पृथ्वीराज चौहान के नाम पर मंदिर का नाम पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर पड़ा
आगरा में बलकेश्वर क्षेत्र के यमुना तट पर बलकेश्वर महादेव का मंदिर स्थापित है। बल्केश्वर महादेव मंदिर का प्राचीन नाम बिल्वकेश्वर महादेव मंदिर है
तकरीबन 700 वर्ष पहले यहां शिवलिंग प्रकट हुआ था। शिवलिंग का श्रृंगार चंदन और केसर से होता है और भक्तों को इसी का प्रसाद दिया जाता है
आगरा में शमसाबाद रोड राजेश्वर महादेव का मंदिर है। मान्यता है कि ये शिवलिंग करीब 850 वर्ष पुराना है, दिन में तीन बार रंग बदलता है
सुबह मंगला आरती के समय सफेद रंग, दोपहर की आरती के दौरान हल्का नीला रंग और शाम की आरती के दौरान गुलाबी रंग का शिवलिंग दिखाई देता है