स्लो थिंकर बच्चों में होती हैं ये 10 आदतें


By Mahima Sharan13, Mar 2024 05:53 PMjagranjosh.com

धीमी गति वाले व्यक्ति

धीमी गति जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित करती है, चाहे आप 5 वर्ष के हों या 95 वर्ष के। तेजी से सोचने की क्षमता स्कूलों या कार्यस्थलों में सीखने, पढ़ने, याद रखने, तर्क करने और प्रदर्शन को बहुत आसान बनाने का द्वार खोलती है।

जानकारी का लगातार गायब रहना

क्या आप हमेशा पूछते रहते हैं, क्या? क्या आप फिर से कह सकते हैं? या मुझे याद दिलाएं कि आपने मुझे क्या बताया था। या क्या आपका बच्चा अपनी ही दुनिया में है और अपने आस-पास होने वाली बहुत सी चीज़ों को मिस कर रहे हैं? अगर हां तो यह आपके स्लो थिंकर होने के संकेत हैं।

कार्य पूरा करने में लंबा समय लेना

क्या आपका बच्चा असाइनमेंट में हमेशा सबसे अंत में आता है? क्या उन्हें दूसरे लोगों के सामने पढ़ने में शर्म आती है क्योंकि वे धीरे-धीरे पढ़ते हैं? धीमा होना किसी के लिए भी शर्म और निराशा की भावना लेकर आता है।

वर्बल और नॉन वर्बल कम्युनिकेशन में परेशानी

कम्युनिकेशन एक आर्ट है। आपको किसी की बात सुनना, उनकी शारीरिक भाषा को समझना और उचित प्रतिक्रिया तैयार करने में परेशानी होती है।

नई जानकारी को फॉलो न करना

क्या आपको कभी फंसा हुआ महसूस होता है? आप जो कुछ भी करने का प्रयास कर रहे हैं, क्या उसके लिए कुछ नया सीखने में कठिनाई होती है। ये आदतें संकेत है कि आप एक स्लो लर्नर और थिंकर है।

पढ़ने की समझ खराब होना

आम तौर पर पढ़ने में होने वाली दिक्कतें अक्सर धीमी प्रोसेसिंग गति से जुड़ी होती हैं। लेकिन जब आपने जो पढ़ा है उससे अर्थ निकालने की बात आती है, तो यह अंतर और भी बड़ा हो सकता है।

बिना योजना के पढ़ाई करना

बिना योजना के अध्ययन करने से दिशा का अभाव होता है। इसके साथ, आपको एक स्पेसिफिक पीरियड ऑफ टाइम के अंदर सभी जरूरी सामग्रियों को कवर करना चुनौतीपूर्ण लग सकता है।

टालमटोल करना

विलंब आपकी शैक्षणिक प्रगति में एक महत्वपूर्ण बाधा हो सकती है। अपनी पढ़ाई स्थगित करने से, आपके पास परीक्षा से पहले सभी प्राइमरी सामग्रियों को कवर करने के लिए पर्याप्त समय नहीं हो सकता है।

समय का अकुशल प्रबंधन करना

छात्रों के लिए यह आम बात है कि वे समझने के लिए आवश्यक सभी सामग्री का अध्ययन किए बिना घंटों अध्ययन करते हैं। यह अक्सर खराब समय प्रबंधन कौशल का परिणाम होता है।

अगर आपके अंदर भी ये आदतें हैं, तो आज से ही सुधारना शुरू कर दें। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ 

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