साइकोलॉजी के अनुसार पर्सनैलिटी बिगाड़ती हैं ये 10 आदतें, करें सुधार
By Mahima Sharan28, Aug 2024 06:55 PMjagranjosh.com
कमजोर पर्सनैलिटी
कुछ ऐसे भी लोग होते हैं, जिन्हें खुद पर ही विश्वास नहीं होती। इसे कमजोर पर्सनैलिटी कह सकते हैं। आज हम आपको उन आदतों के बारे में बताएंगे जो आपके पर्सनैलिटी को बिगाड़ती हैं।
निर्णय लेने में समस्या
कुछ लोगों को निर्णय लेने में बेहद ही समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे व्यक्तित्व वाले व्यक्ति अक्सर खुद को मुखर समझें हैं। इन लोगों में अपने फैसले लेने का आत्मविश्वास नहीं होता है।
दूसरों से प्रभावित होना
कमजोर व्यक्तित्व वाले लोग अक्सर अपने आस-पास के लोगों की राय और इच्छाओं से आसानी से प्रभावित हो सकते हैं। अक्सर इस प्रक्रिया में अपनी जरूरतों और इच्छाओं का त्याग कर देते हैं।
संघर्ष करना
ये लोग अपने जरूरत और सीमाओं के बीच बाउंड्री सेट करने में अक्षकम होते हैं। एक कमजोर पर्सनैलिटी वाले लोगों में अक्सर शक्तिहीनता और निराशा की भावनाएं होती हैं। उनकी ये आदत सफलता के अवसरों को सीमित करती हैं।
तनाव को संभालने में कठिनाई
एक कमजोर व्यक्तित्व तनाव के नकारात्मक प्रभावों को बढ़ा सकता है। कमजोर व्यक्तित्व वाले लोग चिंता और डिप्रेशन के चपेट में जल्दी आ जाते हैं, क्योंकि उनमें जीवन की चुनौतियों को प्रभावी ढंग से नेविगेट करने की हिम्मत नहीं होती।
खराब सामाजिक संबंध
पॉजिटिव रिलेशन बनाए रखने के लिए भावनात्मक बुद्धिमत्ता की आवश्यकता होती है। कुछ लोगों में इमोशनल इंटेलिजेंस की इतनी कमी होती हैं, कि दूसरों से मिलने जुलने में डरते हैं यही कारण है कि वे अपनी भावनाओं को लोगों के सामने खुलकर व्यक्त नहीं कर पाते।
कम उपलब्धि
ऐसे लोग अक्सर रिस्क लेने से डरते हैं, यही कारण है कि वे जीवन में कुछ खास अचीव नहीं कर पाते। कामयाब होने के लिए कई बार गिरना भी पड़ता है, लेकिन एक कमजोर व्यक्तित्व वाला व्यक्ति हमेशा गिरने से डरना है। यही कारण है कि वे जीवन में कभी भी कुछ नया करने का प्रयास नहीं करते।
संघर्ष को संभालने में कठिनाई
संघर्ष जीवन का एक हिस्सा है, और हम इसे कैसे संभालते हैं, यह हमारे सोच को प्रभावित करता है। कमजोर व्यक्तित्व वाले व्यक्ति हर कीमत पर टकराव से बचने में लगे रहते हैं। वे उन सभी अनसुलझे मुद्दों से भागते हैं, जिसमें किसी के निराश होने की संभावना हो।
सीमाएं निर्धारित करने में असमर्थता
हेल्दी रिलेशन और सेल्फ केयर के लिए सीमाएं स्थापित करना और बनाए रखना आवश्यक है। एक कमजोर व्यक्तित्व सीमाएं निर्धारित करने में संघर्ष कर सकता है। यही कारण है कि वे शोषण का शिकार होते हैं और दूसरे उनके जीवन के महत्वपूर्ण फैसलों में दखलअंदाजी करते हैं।
आत्म-पहचान की कमी
कमजोर व्यक्तित्व का मतलब अक्सर एक मज़बूत आत्म-पहचान की कमी होती है। इन व्यक्तियों को अपने मूल्यों, विश्वासों और इच्छाओं को समझने में कठिनाई होती है। वे हमेशा खुद से ज्यादा दूसरों को अहमियत देते हैं, यही कारण है कि उनके अंदर आत्मविश्वास की कमी होती है।
अगर आपके अंदर भी ये आदतें हैं, तो समय रहते उसे सुधार लें वरना भविष्य में बहुत पछताना पड़ सकता है। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ