Success Story: चुनौतियों से लड़कर जीतना पीवी सिंधु से सीखे


By Priyanka Pal05, Oct 2023 03:55 PMjagranjosh.com

पीवी सिंधु

प्लेयर का पूरा नाम पुसरला वेंकट सिंधु है उनका जन्म आंध्र प्रदेश के हैदराबाद से हुआ था उनके माता - पिता भी वॉलीबॉल प्लेयर रहे है।

एजुकेशन

सिंधु ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा औक्सिलियम हाई स्कूल से पूरी की और आगे की पढ़ाई के लिए पीवी सिंधु ने सेंट एंस कॉलेज फॉर वुमेन, मेह्दीपटनम से एमबीए की पूरा किया है।

रुचि

सिंधु को बचपन से ही बैडमिंटन खेलने में रुचि रही है उन्होंने 8 साल की उम्र से खेलना शुरू किया था, वह पुलेला गोपीचंद की सफलता से काफी प्रभावित थी।

ट्रेनिंग

सिंधु ने मेहबूब अली की देखरेख में बैंडमिंटन की ट्रेनिंग सिकंदराबाद में इंडियन रेल्वे इंस्टिट्यूट ऑफ़ सिग्नल इंजीनियरिंग एंड टेलीकम्यूनिकेशन में शुरू की थी।

करियर

साल 2009 में सिंधु ने सब-जूनियर एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप में कास्य पदक जीता। एक साल बाद ईरान में इंटरनेशनल बैडमिंटन चैलेंज में रजत जीतने में कामयाब रही।

मेहनत

अपनी लगन और बेतोड़ मेहनत से पीवी सिंधु ने साल 2012 में एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में जीत हासिल की।

पहला गोल्ड मेडल

एक जिस मंच पर उन्होंने कांस्य पदक जीता था उसके एक साल बाद पहला गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब रही।

उपलब्धि

रियो ओलंपिक में पीवी सिंधु ने रजत पदक और टोक्यो ओलंपिक 2020 में सिंधु ने कांस्य पदक हासिल किया।

महिला खिलाड़ी

दो ओलंपिक में पदक जीतने वाली भारत का नाम गर्व से ऊंचान करने वाली एकमात्र महिला खिलाड़ी का खिताब हासिल किया।

पद्मश्री पुरस्कर

साल 2020 में पीवी सिंधु को सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार- पद्म भूषण से उससे पहले साल 2015 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।

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